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क्रिप्टो विरोधी Ajay Banga बने World Bank के अध्यक्ष

महत्वपूर्ण बिंदु
  • Ajay Banga, World Bank के 14वें अध्यक्ष बने है और 2 जून 2023 को वे अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यभार संभालेंगे।
  • मास्टरकार्ड के CEO रह चुके Ajay Banga, क्रिप्टो विरोधी माने जाते हैं। वर्ष 2018 में वे क्रिप्टो करंसी को जंक बता चुके हैं।
04 May 2023 By: Rohit Tripathi
क्रिप्टो विरोधी Ajay

भारतीय मूल के Ajay Banga को World Bank का नया अध्यक्ष चुना गया हैं। वर्ल्ड बैंक के 14वें अध्यक्ष के रूप में चुने गए Ajay Banga क्रिप्टो विरोधी माने जाते हैं। उन्होंने क्रेडिट कंपनी मास्टरकार्ड के CEO के पद पर रहते हुए, क्रिप्टो करंसी के खिलाफ बयान देते हुए इसे एक जंक बताया था।

अमेरिकी राष्ट्रपति Joe Biden द्वारा World Bank के अगले अध्यक्ष पद के लिए नॉमिनेट किये गए Ajay Banga को संस्थान के कार्यकारी निदेशकों ने World Bank का नया अध्यक्ष चुन लिया गया है। World Bank के 14वें अध्यक्ष के रूप में Ajay, 2 जून से अपना कार्यभार भी संभाल लेंगे। लेकिन Ajay Banga, World Bank के अध्यक्ष उस समय चुने गए हैं, जब अमेरिका बैंकिंग संकट का सामना कर रहा है। वहीँ SEC जैसे अमेरिकी रेगुलेटर्स लगातार क्रिप्टो एक्सचेंजों को अपना निशाना बना रहे हैं। 

ऐसे में सोचने वाली बात यही ही कि क्या Ajay Banga, World Bank के अध्यक्ष के रूप में इस स्थिति में कुछ बदलाव ला पायेंगे, क्योंकि उनका क्रिप्टो करंसी से जुड़ा इतिहास अच्छा नहीं रहा है। दरअसल वर्ष 2018 में क्रेडिट कंपनी मास्टरकार्ड के CEO रहते हुए Ajay Banga क्रिप्टोकरंसी को जंक बता चुके हैं। उनके बयान के अनुसार क्रिप्टो एक गुमनाम करंसी है, जो बेतहाशा उतार-चढ़ाव भरी है और विनिमय के माध्यम के रूप में विचार करने योग्य नहीं है। अपने बयान में वे यह तक कह चुके हैं कि ड्रग्स पर्चेसिंग, चाइल्ड प्रॉस्टिट्यूशन, क्रेडिट कार्ड और सोशल सिक्योरिटी फ्रॉड सहित डार्क वेब पर अवैध लेनदेन का 95% भुगतान क्रिप्टोकरंसी के माध्यम से ही किया जाता है। इस तरह उन्होंने सभी प्रकार की अवैध गतिविधियों के लिए क्रिप्टोकरंसी को ही जिम्मेदार ठहरा दिया था। 

बताते चले कि वर्तमान समय में अमेरिका में क्रिप्टो एक्सचेंजों के प्रति स्थानीय रेगुलेटर्स का रवैया ठीक नहीं है। अमेरिका का सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) लगातार क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंजों को निशाना बनाते हुए कार्रवाई कर रहा है, जिससे परेशान होकर कई क्रिप्टो एक्सचेंज कोर्ट में क़ानूनी लड़ाई लड़ने की तैयारी कर चुके हैं। वहीँ कई क्रिप्टो एक्सचेंज ऐसे भी है, जो अमेरिका से बाहर जाने की योजना बना रहे हैं। इन क्रिप्टो एक्सचेंजों में Coinbase जैसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज का नाम भी शामिल हैं। 

बैंकिंग पतन से क्रिप्टो के प्रति लोगों में बढ़ी रूचि

अमेरिका वर्तमान में बैंकिग संकट का सामना कर रहा है। Silicon Valley Bank, Signature Bank और Silvergate Bank जैसे बड़े बैंको के पतन के बाद हाल ही में First Republic Bank के भी इसी राह पर चलने की खबर से आम नागरिक निवेश के पारंपरिक तरीके के स्थान पर अन्य तरीकों की तलाश कर रहे हैं। इसी के चलते पिछले कुछ महीनों में क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई हैं। बीते कुछ महीनों में क्रिप्टोकरंसी मार्केट का वॉल्यूम भी बढ़ा हैं। ऐसे में अब यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि World Bank के नए अध्यक्ष Ajay Banga क्रिप्टोकरंसी को लेकर क्या कदम उठाते है। क्या बैंकिंग पतन के बाद Ajay Banga के विचार क्रिप्टोकरंसी को लेकर बदले हैं या अभी भी वे एक सख्त क्रिप्टो विरोधी हैं। खेर यह तो वक्त ही बताएगा कि क्रिप्टोकरंसी के प्रति World Bank के नए अध्यक्ष Ajay Banga की क्या रणनीति है।

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