यह निर्णय क्रिप्टोकरेंसी और नॉन-फनज़िबल टोकन (NFT) प्रोजेक्ट्स के लाभ के लिए हो सकता है, क्योंकि इससे उन्हें अपने iOS App को बेहतर बनाने की अनुमति मिल सकती है।
वीडियो गेम Fortnite के क्रिएटर, Apple vs Epic Games के मामले में यूनाइटेड स्टेट्स कोर्ट ऑफ अपील्स फॉर द नाइंथ सर्किट ने 2021 के निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा और कहा कि Apple के एंटी-स्टीयरिंग प्रोविजन, जो iOS डेवलपर्स को इन-ऐप लिंक जैसे कुछ मैकेनिज्म के माध्यम से आउट-ऑफ-ऐप पेमेंट मेथड को संप्रेषित करने से रोकता है, Epic को नुकसान पहुंचाता है।
कोर्ट ने निर्धारित किया कि यदि Epic Games को अल्टरनेटिव पेमेंट मेथड का उपयोग करने दिया जाता तो यह अधिक रेवेन्यू उत्पन्न कर सकता था, क्योंकि इसके डेवलपर अकाउंट को अगस्त 2020 में समाप्त कर दिया गया था। कोर्ट ने फैसला किया कि "टेदरिंग टेस्ट" और "बैलेंसिंग टेस्ट" दोनों के तहत Apple की एंटी-स्टीयरिंग प्रोविजन अनुचित है। कोर्ट ने भी बताया कि यदि उपभोक्ता Epic Games के लोअर कमीशन रेट्स के बारे में जानते होते, तो वे अन्य डेवलपरों की बजाय Epic Games का चयन करते। Apple की 30% कमीशन रेट के विपरीत, Epic Games की कमीशन रेट 12% है।
Apple के इस फैसले से क्रिप्टो और NFT एप्स के निर्माताओं के लिए बड़े परिणाम हो सकते हैं। अब अगर Apple इस फैसले के खिलाफ अपील नहीं करता है तो, ऐसे ऐप्स Apple के 30% कमीशन के अधीन नहीं होंगे। Uniswap जैसे कुछ ऐप्स को भी पहले Apple ने ब्लॉक किया था, पर अब उनको एप्प स्टोर में शामिल कर दिया है। दिसंबर में, Apple ने Coinbase की सेल्फ-कस्टडी वालेट पर भेजे गए NFT लेन-देनों में हस्तक्षेप किया था।
यह फैसला एप्प स्टोर में अधिक कम्पटीशन लाने के लिए उपयोगी हो सकता है, जो विकासकर्ताओं और उपभोक्ताओं दोनों के लिए लाभदायक होगा। साथ ही हाल ही में यूरोपीय संघ ने नए एंटी-मोनोपोलिस्टिक नियम बनाए हैं जिससे Apple को अपनी डिवाइसों पर थर्ड पार्टी एप स्टोर की अनुमति देनी पड़ेगी। इससे उपभोक्ताओं को Apple के 30% कमीशन से बचाने का मौका मिलेगा।
शेयर