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Harbor पर हैकर्स का अटैक, Crypto Space की बड़ी समस्या बनी हैकिंग

महत्वपूर्ण बिंदु
  • DeDotFi और PeckShield के अनुसार, डिसेंट्रलाइंज्ड फाइनेंस (DeFi) प्रोटोकॉल Exactly और Harbor को 18 अगस्त को दो अलग-अलग रूप में हैक किया गया था।
  • इससे पहले Curve Finance और Zunami Protocol भी हैकिंग का शिकार हो चुकी हैं।
  • हैकिंग Crypto Space में एक गंभीर मुद्दा बनता जा रहा है। लेकिन वर्तमान में इससे जुड़ा कोई ठोस समाधान नहीं है।
21 Aug 2023 By: Deeksha
Harbor पर हैकर्स का

Crypto Space की बड़ी समस्या बनी हैकिंग, Harbor और अन्य फर्म हुई हैक

Blockchain सिक्योरिटी फर्मों DeDotFi और PeckShield के अनुसार, डिसेंट्रलाइंज्ड फाइनेंस (DeFi) प्रोटोकॉल Exactly और Harbor 18 अगस्त को दो अलग-अलग हैंकिंग का शिकार हुई थी। Exactly Protocol से $7.3 Million की अमाउंट चुरा ली गई थी। इसके बाद में हैकर्स ने Across Protocol का इस्तेमाल करके 1490 ETH और ऑप्टिमिज्म ब्रिज के माध्यम से Ethereum Network में 2,832.92 ETH को ब्रिज किया। इस हमले की वजह से हार्बर के स्टेबल मिंट और वॉल्ट से धन की हानि हुई है। क्रिप्टो असेस्ट से कितनी अमाउंट चुराई गई है, इसका अभी तक पता नहीं चला है। हार्बर, फंड का पता लगाने और कुल नुकसान का अनुमान लगाने का काम कर रहा है। ये हमले पिछले कुछ हफ्तों में DeFi इकोसिस्टम में कई सुरक्षा घटनाओं के बाद हुए हैं। 

Curve और Zunami भी हुई हैकिंग का शिकार

इससे पहले 30 जुलाई को, वाइपर प्रोग्रामिंग लेंग्वेज के तीन संस्करणों में Curve Finance पर स्थिर मुद्रा पूल से $61 Million से अधिक की चोरी हो गई थी। जिसमें Alchemyx, JPEGD और Metronome के पूल से बड़ी मात्रा में चोरी की गई थी। पिछले दिनों समझौता किए गए अन्य प्रोटोकॉल में Earn.Finance भी शामिल है, जिसमें कम से कम $287,000 मूल्य की ETH की चोरी हुई है। इसके साथ ही अभी हाल ही में में Zunami Protocol द्वारा $2.1 Million का नुकसान हुआ है। बेस नेटवर्क पर निर्मित एक डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज Rocketswap एक सुरक्षा उल्लंघन का शिकार हो गया, जिसके कारण 471 ETH की चोरी की गई है। 

हैकर्स आसानी से दे रहे हैकिंग को अंजाम

Crypto Space में हैकिंग दिनों-दिन एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। Crypto से जुड़ी कई फर्म इस समस्या से जूझ रही है। लेकिन अभी तक इसका कोई समाधान नहीं मिला है। हैकर्स और साइबर क्रिमिनल्स शुरूआत से ही Cryptocurrency का यूज करते आ रहे हैं। इसका यूज करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि, इसे उपयोग करने वाले की पहचान का खुलासा नहीं होता है, क्योंकि यह डिसेंट्रलाइज्ड होती है। हैकर्स द्वारा इतने बड़े-बड़े स्कैम करने के बाद भी कुछ फर्म ऐसा दावा करती हैं कि, उनके प्रोटोकॉल को हैक करना मुश्किल है। इसके बाद भी हैकर्स बड़ी आसानी से इन फर्मों को अपना का शिकार बना कर हैकिंग के काम को अंजाम देते हैं। फिर समझौते के रूप में चुराई गई रकम को वापस करने के लिए रिवॉर्ड की मांग करते हैं। फिलहाल हैकिंग Crypto Space में एक गंभीर मुद्दा बनता जा रहा है। लेकिन वर्तमान में इससे जुड़ा कोई ठोस समाधान नहीं है। 

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