क्रिप्टो करंसी को उड़ाने वाली मीम करंसी PEPE वर्तमान में खुद ही, अपनी आंधी में उड़ गई है। जानकारी के मुताबिक़ इस क्रिप्टो करंसी की मार्केट कैप 1.8 बिलियन डॉलर से गिरकर लगभग $665 मिलियन रह गई है।
कहते है कि क्रिप्टो बाजार के उतार चाढाव भरा बाजार है, यहाँ कोई क्रिप्टो एक रात में हजारों गुना ऊपर पहुंचकर नए कीर्तिमान रच देती हैं। वहीँ कुछ क्रिप्टोकरंसी रातोरात जमीन के गर्त में समां जाती हैं। कुछ ऐसा है हुआ मीम करंसी PEPE के साथ, जो अप्रैल में लिस्टिंग के बाद सफलता के नए आसमान छु चुकी थी। लिस्टिंग प्राइज से करीब 6000 गुना अधिक की तेजी के साथ में इस क्रिप्टोकरंसी ने ऐसा कमाल किया कि यह टॉप 50 क्रिप्टोकरंसी की लिस्ट में शुमार हो गई। यह कीर्तिमान PEPE ने मात्र 2 महीने के भीतर बनाया। इतना ही नहीं कम समय में इस लोकप्रिय मीम Pepe the Frog से प्रेरित क्रिप्टोकरंसी ने 1.8 बिलियन डॉलर का मार्केट कैप हांसिल कर लिया।
PEPE की आंधी ऐसी चली कि अन्य कई क्रिप्टोकरंसी इस आंधी में उड़ गई। लेकिन फिर ऐसा समय आया कि एक ही दिन में इस क्रिप्टोकरंसी में गिरावट शुरू हुई। यह मीम करंसी वर्तमान में अपनी कीमत से करीब 50% से ज्यादा गिर गई। इनता ही नहीं इस मीम करंसी की कीमत 1.8 बिलियन डॉलर से गिरकर $665 मिलियन रह गई। लेकिन क्या कारण था जो PEPE की कीमत में इतनी ज्यादा गिरावट आई, इसको लेकर मार्केट के जानकारों की अलग-अलग राय है।
जैसा कि हम अपने पिछले आर्टिकल PEPE की तेजी, निवेशकों के लिए है एक आशा या फिर है झांसा में आपको यह बता चुके थे कि PEPE की कीमतों में बढ़ोतरी एक झांसा भी हो सकती है। ऐसा ही कुछ इस मीम करंसी के साथ में होता हुआ दिखाई दे रहा है। दरअसल रिपोर्ट की माने तो कुछ बड़ी व्हेल ने इस मीम करंसी पर दाव लगाया और जब इसकी कीमत बढ़ गई तो ज्यादातर व्हेल्स ने अपने 100% करंसी को बेचकर एक बड़ा मुनाफा कमाया। जो कि PEPE की गिरावट के पीछे का एक बड़ा कारण है। आप इसे पम्प एंड डंप की तरह भी समझ सकते हों, जैसे किसी करंसी के लॉन्चिंग के बाद प्रमोशन एक्टिविटीज के माध्यम से कीमतों को बढ़ाया गया और बाद में जैसे ही मार्केट में असलियत सामने आने लगी प्रमोटर्स या कहें बड़ी व्हेल्स ने सारे टोकन बेचकर लाभ कमा लिया।
इसके साथ ही बड़े निवेशकों द्वारा सामान रूप से व्यापारिक गतिविधियों में कमी भी PEPE की कीमतों में गिरावट के लिए काफी हद तक जिम्मेदार है। हालंकि PEPE के दैनिक धारकों की संख्या में कमी नहीं आई है। जिससे यह पता चलता है कि नए निवेशक इस मीम करंसी के प्रति भरोसा जता रहे हैं। ऐसे में उम्मीद तो यही की जा रही है कि कुछ समय बात यह करंसी एक बार फिर निवेशकों को मालामाल कर देगी। लेकिन वर्तमान परिस्थिति तो यही कहती है कि खुद की आंधी में ही उड़ गया है PEPE।
यह भी पढ़िए: Bitcoin Pizza Day : Pizza या JPEG, आखिर Bitcoin से पहली बार क्या किया गया पर्चेस
शेयर