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भारत में क्यों बढ़ रहे है Crypto यूजर्स, आगे क्या है संभावनाए

महत्वपूर्ण बिंदु
  • पिछले पांच वर्षों में,भारत ने क्रिप्टो यूजर की संख्या में वृद्धि की है। अगर यह ट्रेंड इस तरह ही लगातार जारी रहा तो अगले पांच सालों में भारत में क्रिप्टो यूजर्स की संख्या लगभग 30 मिलियन तक पहुंच सकती है।
  • अनुमान है कि 2025 तक ग्लोबल क्रिप्टो पॉपुलेशन एक अरब के करीब पहुंच जाएगी, जिसमें से 33% क्रिप्टो पॉपुलेशन भारत में होगी।
  • 2022 तक भारत के क्रिप्टो यूजर्स का 45 प्रतिशत हिस्सा 18-25 आयु के थे जबकि 34 प्रतिशत 26-35 आयु वर्ग के थे। यह ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा जो भारत में क्रिप्टो यूजर्स की संख्या को तेजी से बढ़ाएगा।
10-Nov-2023 Shailja Joshi
भारत में क्यों बढ़ रहे है Crypto यूजर्स, आगे क्या है संभावनाए

आने वाले सालों में क्या हो सकती है भारत में क्रिप्टो यूजर्स की स्थिति

पिछले पांच वर्षों में, क्रिप्टोकरंसी के प्रति सरकार के नकारात्मक रवैये के बावजूद, भारत ने क्रिप्टो इन्वेस्टर्स में उल्लेखनीय वृद्धि का अनुभव किया है। फिनटेक के विकास, मोबाइल टेक्नोलॉजी के एडॉप्शन और डिजिटल पेमेंट की बढ़ती लोकप्रियता जैसे विभिन्न कारकों ने भारत में क्रिप्टोकरंसी के विकास को प्रेरित किया है। एक रिपोर्ट के अनुसार जहाँ 2017 से पहले भारत में क्रिप्टो यूजर्स की संख्या 5 मिलियन से भी कम थी वहीँ 2017 से 2022 के बीच क्रिप्टो यूजर्स में 760 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि, यदि यह ट्रेंड जारी रहता है, तो भारत में 20 मिलियन लोग 2023 के अंत तक क्रिप्टोकरंसी में निवेश करेंगे। अगर यह ट्रेंड इस तरह ही लगातार जारी रहा तो अगले दो सालों में भारत में क्रिप्टो यूजर्स की संख्या लगभग 30 मिलियन तक पहुंच सकती है। अनुमान है कि 2027 तक ग्लोबल क्रिप्टो पॉपुलेशन एक अरब के करीब पहुंच जाएगी, जिसमें से 33% क्रिप्टो पॉपुलेशन भारत में होगी। हालांकि यूजर्स की संख्या, इस स्तर तक पहुंच पाएगी या नहीं यह कई तथ्यों पर निर्भर करता है।   

क्या कहते है हाल के आंकड़े 

हाल ही में जारी Statista की रिपोर्ट कहती है कि पिछले पांच सालों में भारत में क्रिप्टो एडॉप्शन बहुत तेजी से बढ़ा है। आने वाले पांच सालों में भी यह ट्रेंड इस तरह ही जारी रहेगा। भारत United States, the United Kingdom, Japan और Russia की तुलना में बहुत तेजी से क्रिप्टोकरंसी को अपनाएगा। इसके अलावा, भारत में क्रिप्टोकरंसी इंडस्ट्री इस साल लगभग 3.3 बिलियन डॉलर का मुनाफा कमा सकती है और 2027 तक इसकी कमाई दोगुनी से अधिक लगभग 6 बिलियन डॉलर हो सकती है। भारत में बढ़ते एडॉप्शन की बात करे तो Chainalysis के 2023 ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स में भारत सबसे आगे रहा है। 

भारत के युवा दे सकते है विशेष योगदान 

इसके अलावा भारत की जनसँख्या का एक बड़ा हिस्सा युवा है, जो ट्रेडिशनल फाइनेंशियल सिस्टम में नए निवेश विकल्पों की तलाश कर रहे है, क्योकि क्रिप्टोकरंसी में हाई रिटर्न्स मिलने की सम्भावना ज्यादा रहती है जिससे भारत के युवा क्रिप्टोकरंसी में तेजी से निवेश कर रहे है। 2022 तक भारत के क्रिप्टो यूजर्स का 45 प्रतिशत हिस्सा 18-25 आयुवर्ग का था, जबकि 34 प्रतिशत 26-35 आयु वर्ग के थे। यह ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा, जो भारत में क्रिप्टो यूजर्स की संख्या को तेजी से बढ़ाएगा।

कुछ रिपोर्टों के अनुसार, भारत में क्रिप्टो स्पेस में 2017 और 2020 के बीच चार गुना वृद्धि देखी गई है। 2023 से 2025  की अवधि में, लगभग 30% की वृद्धि का अनुमान है, जिससे यूजर्स की संख्या लगभग 30 मिलियन हो जाएगी। 2023 में यूजर की संख्या लगभग 14.52% होगी और 2025 में इसके और बढ़ने की उम्मीद है।

डिजिटल पेमेंट भी बढ़ा सकता है क्रिप्टो यूजर्स की संख्या 

भारत में क्रिप्टोकरंसी के यूजर्स बढ़ने का एक अन्य कारण मोबाइल टेक्नोलॉजी का तेजी से बढ़ता एडॉप्शन भी है। 1 अरब से अधिक स्मार्टफोन यूजर्स के साथ भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन मार्केट है। इसने डिजिटल पेमेंट के साथ एक बड़ा यूजर बेस तैयार किया है और क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने के लिए आवश्यक तकनीक प्राप्त की है। इसके अलावा, भारत में मोबाइल वॉलेट के बढ़ने से लोगों के लिए क्रिप्टोकरंसी में ट्रांजेक्शन करना आसान हो गया है। 

डिजिटल पेमेंट की बढ़ती लोकप्रियता भी भारत में क्रिप्टोकरंसी के यूजर्स को बढ़ा रही है। कैशलेस इकोनॉमी की ओर सरकार के ओर से डिजिटल पेमेंट में वृद्धि हुई है। कई लोग गुड्स और सर्विस के पेमेंट के लिए मोबाइल वॉलेट और डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं। क्रिप्टोकरंसी एक सुरक्षित और सुविधाजनक डिजिटल ट्रांजेक्शन प्रदान करती है, जो भारत में उनकी बढ़ती लोकप्रियता में योगदान करती है। कई बड़े ब्रांड भी अब क्रिप्टो पेमेंट की सुविधा दे रहे है। भविष्य में यह ट्रेंड और तेजी से बढ़ेगा सम्भावना है कि भारत के मार्केट में भी बड़े ब्रांड क्रिप्टो पेमेंट जल्द ही शुरू कर देंगे जो भारत के नागरिकों के बीच क्रिप्टोकरंसी एडॉप्शन को तेजी से बढ़ाएगा। 

लीगल और रेगुलेटरी चुनौतियाँ बन सकती है बाधा 

हालाँकि इन सभी तथ्यों के बाद भी 2025 तक भारत में क्रिप्टो यूजर्स की संख्या 30 मिलियन के स्तर तक पहुँचना इतना आसन भी नहीं है, क्योकि क्रिप्टो पर भारत सरकार का रुख अभी भी स्पष्ट नहीं है। भारत में पहले ही क्रिप्टो गेन्स पर 30% टैक्स और 1% TDS लागू कर रखा है जिससे क्रिप्टो यूजर्स की संख्या काफी प्रभावित हुई है। क्रिप्टो एडॉप्शन में तेजी आने के साथ सरकार क्रिप्टो के लिए और कड़े नियम लागू कर सकती है जो क्रिप्टो यूजर की वृद्धि में एक बाधा बन सकता है। 

बढ़ते क्रिप्टो एडॉप्शन के साथ क्रिप्टो स्पेस में खतरे भी बढ़ रहे है। क्रिप्टो स्पेस में आए दिन स्कैम भी बढ़ रहे है, जो यूजर्स को क्रिप्टो में निवेश करने से रोकता है, क्योकि भारत में अभी तक एसी स्थिति में यूजर्स की सुरक्षा को लेकर कोई नियम या कानून नहीं है जो यूजर के भरोसे को कमजोर करता है। आने वाले समय में भारत सरकार यूजर की सुरक्षा के लिए उचित कानून कब तक लागू कर पाती है, इस तथ्य पर भी क्रिप्टो यूजर की संख्या काफी निर्भर करती है।    

निष्कर्ष 

इसके अलावा भी कई कारक है जो भारत में क्रिप्टो यूजर्स की संख्या को प्रभावित कर सकते है। हालाँकि हाल ही में भारत की अध्यक्षता में हुए G20 समिट में भारत ने ग्लोबल क्रिप्टो रेगुलेशन जैसे मुद्दे का नेतृत्व किया है जो भारत को क्रिप्टो स्पेस में वर्ल्ड लीडर बना सकता है, इस तरह के मुद्दे भारत के क्रिप्टो यूजर्स को सीधे प्रभावित करेंगे। G20 में क्रिप्टोकरंसी पर सरकार के रुख के बाद यह भी उम्मीद की जा सकती है भारत सरकार जल्द ही देश में क्रिप्टोकरंसी पर रेगुलेशन लागू कर दे, इससे देश के क्रिप्टो निवेशको को काफी राहत मिलेगी।   

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व्हाट यूअर ओपिनियन
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