RBI CBDC को प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट स्टेज पर 2022 तक शुरू करने की सम्भावना और कार्यप्रणाली को वेरीफाई करने की प्रक्रिया में है।
रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) ने पुरानी वित्तीय प्रणाली में CBDC को "कम या बिना किसी रुकावट के" शुरू करने के लिए थ्री-स्टेप ग्रेडेड एप्रोच का प्रस्ताव दिया, जिससे 2022-23 में भारत में एक इन-हाउस सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) पेश करने की योजना की पुष्टि हुई।
भारत की FM निर्मला सीतारमण ने बयान दिया है की भारतीय Digital Rupee, डिजिटल इकॉनमी को "big boost" प्रदान करेगा। सालना रिपोर्ट जो RBI द्वारा जारी की गयी उसमे CBDC की अच्छाई व बुराई के बारे में बताया गया था।
रिपोर्ट में, RBI ने भारत की CBDC की ज़रूरत पर बल देते हुए कहा की “मोनेटरी पालिसी, फिनांशियल स्टेबिलिटी और करेंसी एवं पेमेंट सिस्टम।” के विनियामक की अति से ज़्यादा आवश्यकता है।
इस आवश्यकता के आधार पर, RBI फिलहाल एक CBDC के विभिन्न डिज़ाइन एलिमेंट्स की जाँच कर रहा है जो बिना किसी विघ्न के मौजूदा फिएट सिस्टम के अंदर को-एक्ज़िस्ट कर सकता है। इंडियन फाइनैंस बिल 2022, जिसने अप्राप्त लाभ पर 30% क्रिप्टो टैक्स को लागू किया, डिजिटल रुपये के लॉन्च के लिए एक कानूनी ढांचा भी प्रदान करता है:
"रिज़र्व बैंक CBDC की शुरूआत के लिए एक ग्रेडेड एप्रोच रखने का आग्रह करता है, प्रूफ ऑफ़ कॉन्सेप्ट, पायलट और लॉन्च स्टेजेस के माध्यम से कदम से कदम मिलाकर चल रहा है।"
2022 के आधे रास्ते में, प्रूफ ऑफ़ कॉन्सेप्ट पर, RBI CBDC को लॉन्च करने की सम्भावना और कार्यक्षमता को वेरीफाई करने की प्रक्रिया में है।
इस महीने की शुरुआत में, 17 मई को, RBI के अधिकारियों ने कथित तौर पर भारतीय अर्थव्यवस्था के "डॉलरीकरण" के जोखिमों का हवाला देते हुए क्रिप्टो को अपनाने के खिलाफ चेतावनी दी थी।