भारत में हाल ही में एक बड़ा क्रिप्टोकरंसी स्कैम सामने आया है, जहाँ करीब 6,000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। दरअसल दिल्ली निवासी सिम्पी भारद्वाज ने अपने पति अजय भारद्वाज और देवर अमित भारद्वाज के साथ मिलकर जनता को धोखा देने की साजिश रची। सिम्पी भारद्वाज सिंगापुर में स्थित Variabletech Pvt Ltd के डायरेक्टर्स में से एक हैं, जिसने निवेशकों को bitcoins और कंपनी की अपनी क्रिप्टोकरंसी में हाई रिटर्न के वादे के साथ लुभाया था। सिम्पी ने वेबसाइट www.gainbitcoin.com के माध्यम से जनता को हाई रिटर्न का लालच दिया था।
इसके साथ ही सिम्पी और बाकि दो आरोपियों ने चीन में एक माइनिंग फर्म होने का दावा करते हुए ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरंसी माइनिंग टेक्नोलॉजी में कंपनी की भागीदारी के बारे में गलत जानकारी दी और Gainbitcoin.com के माध्यम से उन्होंने बड़े विक्रेताओं को bitcoins में पेमेंट करके क्लाउड माइनिंग हैश पावर हासिल की थी।
आरोपियों ने चीन, हांगकांग और सिंगापुर में एक क्लाउड माइनिंग सेटअप का झूठा दिखावा किया और लोगों से कहा कि वे कॉन्ट्रैक्ट के माध्यम से 18 महीने के लिए क्लाउड माइनिंग स्पेस (हैश वैल्यू) का एक छोटा सा हिस्सा खरीद सकते हैं। जिसके लिए निवेशकों को Variabletech के साथ 18 महीने के एक कांट्रेक्ट करने पर प्रति Bitcoin पर 10 प्रतिशत के सुनिश्चित रिटर्न मिलेगा। इस तरह तीनों आरोपियों ने मिलकर करीब 6,606 करोड़ रुपये स्कैम किया है।
सिम्पी भारद्वाज को 17 दिसंबर को दिल्ली में गिरफ्तार किया गया और दो दिन की ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई लाया गया। जहाँ मुंबई की एक विशेष अदालत ने सोमवार को 6,606 करोड़ रुपये के क्रिप्टोकरंसी स्कैम मामले में सिम्पी भारद्वाज को 26 दिसंबर तक एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) की हिरासत में भेज दिया है। भारद्वाज पर प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्डरिंग एक्ट के तहत मुकदमा चलाया गया है। इसके अलावा ED ने सिम्पी के घर से तीन कार, कुछ महत्वपूर्ण डॉक्युमेंट और लगभग 18.91 लाख की ज्वेलरी जब्त की है।
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