क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज JPEX में इन दिनों समस्या का सामना कर रहा है। जहाँ हाल ही में एक्सचेंज को लिक्विडिटी क्राइसिस का सामना करना पड़ा है। जिसके बाद JPEX ने अपने कुछ ऑपरेशन को भी बंद कर दिए हैं। लगातार परेशान होने के बाद एक्सचेंज ने अपने इस क्राइसिस के पीछे थर्ड पार्टी मार्केट मेकर्स को दोषी ठहराया है। एक्सचेंज के इस आरोप को Hong Kong सिक्योरिटीज एंड फ्यूचर्स कमीशन ने गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच शुरू की, जिसके बाद Hong Kong पुलिस ने कथित तौर पर एक क्रिप्टो इन्फ्लुएंसर को JPEX के लिक्विडिटी क्राइसिस में इन्वॉल्वमेंट के चलते गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार इस क्रिप्टो इन्फ्लुएंसर का नाम Joseph Lam (Lin Zuo) बताया जा रहा है, जो इंस्टाग्राम पर jolamchok के नाम से जाना जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने उनके कार्यालय पर छापा मारकर नोटों से भरे प्लास्टिक बैग सहित कई सबूतों के बक्से जब्त किये है।
क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज JPEX ने अपने इस लिक्विडिटी क्राइसिस के लिए रेगुलेटर्स ओर थर्ड पार्टी मार्केट मेकर्स को जिम्मेदार ठहराया है। क्राइसिस से जूझ रहे JPEX ने अपने प्लेटफ़ॉर्म में विड्रॉल फीस में बढ़ोतरी की है। साथ ही साथ एक्सचेंज ने अपने कुछ ऑपरेशन को भी सस्पेंड कर दिया है। हालाँकि JPEX की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि हम जल्द से जल्द थर्ड पार्टी मार्केट मेकर्स से लिक्विडिटी को पुनः प्राप्त करने और धीरे-धीरे विड्रॉल फीस को सामान्य स्तर पर एडजस्ट करने का प्रॉमिस करते हैं। गौरतलब है कि Hong Kong ने तेजी से क्रिप्टोकरंसी को अपनाया है। चीन और अमेरिका के मुकाबले Hong Kong में क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज को अधिक सुविधा प्रदान की जाती है। बताते चले कि चीन में तो क्रिप्टोकरंसी पर पूर्णतः बैन लगाया गया है। वहीँ अमेरिका में क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज वहां के रेगुलेटर्स की कार्रवाई से परेशान हैं।
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