IBM "बैक-ऑफिस" रोल्स के लिए भर्ती को रोकने की योजना बना रहा है जो संभावित रूप से AI द्वारा रिप्लेस किया जा सकता है, जिसमें एम्प्लॉयमेंट वेरिफिकेशन लेटर और डिपार्टमेंट्स के बीच कर्मचारियों को स्थानांतरित करने जैसे कार्य शामिल हैं। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, AI-आधारित ऑटोमेशन ने पहले ही IBM को बिज़नेस एक्सपेंसेस और मेंटेनेंस कॉस्ट में $1 बिलियन से अधिक की बचत करने में मदद की है।
Arvind Krishna का मानना है कि मानव संसाधन भूमिकाएं जो कार्यबल संरचना का मूल्यांकन करती हैं, उत्पादकता को मापती हैं, और अन्य कार्य जिनके लिए मानव निर्णय की आवश्यकता होती है, अगले दशक में AI द्वारा रिप्लेस नहीं की जाएंगी। एक हालिया अध्ययन में पाया गया कि 62% अमेरिकन का मानना है कि वर्कप्लेस में AI को लागू करने के अगले 20 वर्षों के भीतर कर्मचारियों पर प्रमुख प्रभाव पड़ेगा, जिससे कई कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं।
चिंताओं के बावजूद, कुछ डेवलपरों को लगता है कि AI उनकी नौकरियों के लिए खतरा नहीं है, बल्कि कुशलता बढ़ाने का एक उपकरण है। ब्लॉकचेन डेवलपर Salman Arshad ने कहा कि ChatGPT और अन्य AI उपकरण हमारे लिए दुश्मन नहीं हैं बल्कि उपहार की तरह है। दूसरे ब्लॉकचेन डेवलपर Syed Ghazanfer ने बताया कि मानव इनपुट और ChatGPT का संयोजन पूर्ण AI ऑटोमेशन से अधिक विविधता प्रदान करता है।
हालाँकि, IOTA Foundation के संस्थापक Dominik Schiener का मानना है कि AI जहां इंसानों से रोजगार के अवसर छीन लेगा, वहीं रोजगार के नए अवसर भी लाएगा। वह भविष्यवाणी करते है कि मनुष्यों को नई भूमिकाओं के लिए मजबूर किया जाएगा ऐसे काम उनको दिए जाएंगे जो उन्होंने कभी नहीं किया होगा।
आपको बता दे कि, Arvind Krishna के अनुसार 5 साल के भीतर 30% नौकरियों को AI के जरिए स्वचालित कर सकते हैं। आने वाले समय में AI कर्मचारियों के रोजगार पर प्रमुख प्रभाव डालेगा और नए रोल्स के साथ रोजगार भी उत्पन्न करेगा।