रिपोर्ट के अनुसार, Iran और Russia "Persian Gulf token" नामक एक gold-backed stablecoin स्थापित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।
Stablecoin का प्राथमिक लक्ष्य सीमा पार भुगतान की सुविधा प्रदान करना होगा।
विश्व स्तर पर, central banks तेजी से CBDC की खोज कर रहे हैं।
क्या यह एक आर्थिक व्यवस्था का एक नया युग लाएगा?
आर्थिक सुधार प्रदान करने के लिए, दुनिया भर की सरकारों ने बीसवीं शताब्दी में सोने के मानक को fiat money के साथ बदल दिया है। हालांकि, fiat money में अनंत आपूर्ति होती है, जिससे hyperinflation हो सकता है।
एक Russian मीडिया आउटलेट के अनुसार, Iran और Russia "Persian Gulf token" विकसित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। यह Gold-Backed Stablecoin होगा। ध्यान देने योग्य एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इस Stablecoin का प्राथमिक लक्ष्य fiat पर भरोसा करने के बजाय, अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए भुगतान के रूप में कार्य करना है।
क्या देश सोने के मानक के लाभों को क्रिप्टोकरंसी में ट्रांसफर करने का प्रयास कर रही है?
इनफार्मेशन पॉलिसी पर Duma Committee के सदस्य Anton Tkachev ने "Persian Gulf token" के लिए Iran और Russia के बीच बातचीत का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि अगर Russia क्रिप्टोकरंसी को नियंत्रित करता है तो Gold-Backed Stablecoin पर सरकारी स्तर पर सक्रिय रूप से चर्चा की जाएगी।
Russia-Ukraine संघर्ष के परिणामस्वरूप Russian अर्थव्यवस्था पर कई प्रतिबंध लगाए गए हैं। Russia को SWIFT का उपयोग करने से भी रोक दिया गया है, एक सेवा जो दुनिया भर के बैंकों को वित्तीय लेनदेन करने की अनुमति देती है।
Russia, जिसने पहले क्रिप्टोकरंसी प्रतिबंध के लिए जोर दिया था, अब सीमा पार क्रिप्टो भुगतान को वैध बनाने पर विचार कर रहे है।
दुनिया भर CBDC को अपनाने की कगार पर हैं।
Iran और Russia के अलावा कई अन्य देश भी CBDC को अपनाने की कगार पर हैं। प्रशांत महासागर में एक द्वीप राष्ट्र Palau रिपब्लिक, Ripple के साथ एक राष्ट्रीय stablecoin बनाने के लिए काम कर रहे है।
इसके अलावा, European Central Bank तेजी से CBDC की खोज कर रहा है। 2023 की दूसरी तिमाही में, European Commission एक डिजिटल Euro स्थापित करने वाले कानून का प्रस्ताव करने की योजना बना रहे है।
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