BCCI ने महिला प्रीमियर लीग टीमों को प्रतिबंधित गतिविधियों का 68-पृष्ठ का दस्तावेज़ भेजा है, जिसमें क्रिप्टो करंसी विज्ञापन का भी उल्लेख किया गया है।
इससे पहले क्रिप्टो एक्सचेंजों ने पुरुष प्रीमियर लीग में विज्ञापन नहीं देने का फैसला किया था।
क्रिप्टो विज्ञापनों और स्पॉन्सर्स को प्रतिबंधित कर दिया है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा महिला क्रिकेट टीमों को 14 फरवरी को 68-पृष्ठ का एक दास्तवेज़ भेजा गया था, जिसमें उन गतिविधियों का उल्लेख किया गया था, जिनका विज्ञापन महिला क्रिकेट लीग में नहीं किया जा सकता। इस 68-पृष्ठ के दस्तावेज़ में गैंबलिंग और तंबाकू इंडस्ट्री के साथ क्रिप्टो करंसी का भी उल्लेख किया गया है, जिसका विज्ञापन महिला क्रिकेट लीग में बैन किया गया है।
इस बात की जानकारी देते हुए एक स्पोर्ट वेबसाइट ने जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय अधिकारीयों ने पुरुष क्रिकेट लीग के बाद महिला क्रिकेट लीग में भी क्रिप्टो से जुड़े विज्ञापनों को प्रतिबंधित करते हुए क्रिप्टो करंसी पर अपने सख्त रुख को जाहिर कर दिया है। अपने दस्तावेज़ में BCCI की ओर से कहा गया कि कोई भी फ्रैंचाइजी किसी भी ऐसी इकाई के साथ साझेदारी नहीं करेगी, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से क्रिप्टो करंसी इंडस्ट्री से संबंधित हो।
गौरतलब है कि महिला क्रिकेट लीग में क्रिप्टो करंसी से जुडी स्पॉन्सरशिप और विज्ञापनों को बैन करने के BCCI के फैसले से पहले मार्च 2022 में दो बड़े भारतीय क्रिप्टो एक्सजेंच CoinSwitch Kuber और CoinDCX ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में विज्ञापन नहीं देने का फैसला किया था। बताते चले कि इससे पहले साल 2021 में ये क्रिप्टो एक्सचेंज इंडियन प्रीमियर लीग में विज्ञापन पर 40 करोड़ रूपए खर्च कर चुके थे।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल द्वारा महिला क्रिकेट लीग में क्रिप्टो से जुड़े विज्ञापनों पर बैन लगाने का फैसला थोड़ा चौंकाता है, क्योंकि कल ही भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में क्रिप्टो रेगुलेशन पर एक बयान जारी किया था, "जिसमें यह कहा गया था कि भारत की अध्यक्षता में G20 सदस्य क्रिप्टो करंसी रेगुलेशन के लिये SOP विकसित करने की दिशा में मिलकर काम कर रहे हैं।
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