कौलाप्स हो चुके क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज FTX से जुड़े धोखाधड़ी मामले में फर्म के पूर्व CEO Sam Bankman-Fried वर्तमान में अपने पहले ट्रायल का सामना कर रहे हैं। वर्तमान में केस से जुड़े लोगों और गवाहों से सवाल-जवाब का दौर जारी हैं। इसी दौरान Sam Bankman-Fried के डिफेन्स अटॉर्नी Mark Cohen ने FTX से किये गए पॉलिटिकल डोनेशन पर SBF से सवाल किये। जिनके जवाब में Sam Bankman-Fried ने कहा कि Sam Bankman-Fried ने कहा कि US गवर्नमेंट की क्रिप्टो रेगुलेशन नीतियों को प्रभावित करने के प्रयासों के तहत पॉलिटिकल डोनेशन उनके नाम से किये गए थे। Sam Bankman-Fried ने आगे कहा कि अलामेडा रिसर्च से लोन लेकर उनके नाम से किये गए इन पॉलिटिकल डोनेशन के विषय में उनकी FTX के पूर्व इंजिनियर Nishad Singh और FTX के पूर्व डिजिटल मार्केटिंग co-CEO Ryan Salame से कभी बात नहीं हुई।
कोर्ट के सामने FTX से किये गए पॉलिटिकल डोनेशन के विषय में जानकारी न होने की बात कहकर Sam Bankman-Fried ने मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है। फिलहाल कोर्ट में अन्य गवाहों से भी सवाल जबाव किये जाएंगे। माना जा रहा है कि नवंबर में यह पहला ट्रायल ख़त्म हो जाएगा। हालाँकि अभी तक इस पहले ट्रायल में SBF पर किसी भी तरह के आरोप सिद्ध नहीं हुए हैं। वहीं Sam Bankman-Fried भी कोर्ट में बार-बार एक ही बयान देते रहे हैं कि वे निर्दोष है और उन्हें फंसाया जा रहा है। फिलहाल मामला कोर्ट में है और कार्रवाई चल रही हैं। बताते चले कि धोखाधड़ी केस में Sam Bankman-Fried का दूसरा ट्रायल फरवरी माह में शुरू होगा। इस दौरान SBF को जेल में रहना होगा। गौरलतब है कि अगर FTX धोखाधड़ी केस में Sam Bankman-Fried पर लगाए गए सभी आरोप सिद्ध होते हैं, तो उन्हें करीब 115 साल की सजा हो सकती हैं।
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