क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज FTX की समस्याओं का समाधान ही नहीं हो रहा। एक के बाद एक समस्या FTX के पीछे हाथ धोकर पड़ी ही रहती हैं, चाहे वह एक्सचेंज का बैंककरप्ट हो जाना। या फिर अपने रीबूट के लिए एक्सचेंज को लगातार संघर्ष करना। लेकिन अब एक्सचेंज एक नई मुसीबत में घिरता हुआ नजर आ रहा है। दरअसल हाल ही में एक FTX की ओनरशिप वाले एक वॉलेट से करीब 10 मिलियन डॉलर के डिजिटल असेट्स Solana नेटवर्क से Ethereum में ट्रांसफर कर दिए गए हैं। इस ट्रांसफर ने संभावित टोकन डंप होने की चिंताओं को बढ़ा दिया है। बता दे कि वॉलेट ने $6.23 मिलियन मूल्य के Ether और $4 मिलियन से अधिक के अल्टकॉइन ट्रांसफर किए हैं। यह पूरी घटना उस समय हुई हैं जब FTX बैंककरप्सी कार्रवाई का समाना कर रहा है।
क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज FTX की ओनरशिप वाले एक वॉलेट द्वारा इतने बड़े मूल्य के डिजिटल एसेट्स का एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में ट्रांसफर, क्रिप्टो निवेशकों के बीच संभावित टोकन डंप होने की चिंताओं को बढ़ा रहा है। यह FTX के आने वाले भविष्य की योजनाओं के लिए बिलकुल भी फायदेमंद नहीं हैं। दरअसल बैंककरप्सी की कार्रवाई का सामना कर रहें FTX के नए CEO John Ray III ने एक्सचेंज के पतन, धोखाधड़ी जैसे कई आरोप लगने और एक लंबे बुरे दौर से गुजरने के बाद एक्सचेंज के फिर से लॉन्च होने की बात कही थी। जिसको लेकर FTX के वकील भी यह संभावना जाता चुके थे कि एक्सचेंज 2024 की दूसरी तिमाही में लॉन्च हो सकता है। लेकिन टोकन डंप जैसी नकारत्मक खबर, FTX की भविष्य की योजनाओं पर पानी फेर सकती है। यह उन निवेशकों के मन में एक सफल उत्पन्न कर सकती हैं, जो FTX एक्सचेंज के रीलॉन्च का इंतज़ार कर रहे हैं और एक बार फिर इस एक्सचेंज के साथ में जुड़कर क्रिप्टो में निवेश की योजना बना रहे हैं। कुल मिलाकर यह घटना FTX नए CEO की मंशा पर भी सवाल खडा करती हैं, जो एक्सचेंज के रीलॉन्च को लेकर प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
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