एक रिपोर्ट के अनुसार क्रिप्टोकरंसी मार्केट में दिन प्रतिदिन भारतीय निवेशकों की संख्या बढ़ती जा रही हैं। वर्तमान में भारत की कुल आबादी का लगभग 15% क्रिप्टोकरंसी मार्केट के निवेशक है। अगर संख्या की बात की जाए तो यह आंकड़ा लगभग 15 से 20 करोड़ के आसपास होता है। ऐसे में Tata Group अगर क्रिप्टोकरंसी में निवेश करता है तो, वह इस मार्केट में भी अपनी धाक जमा सकता हैं। बता दे कि Tata Group पिछले एक दशक से शेयर मार्केट में एक छत्र राज करता आया हैं। इस ग्रुप के वेरियस वेंचर स्टॉक मार्केट में लिस्टेड हैं। जिनमें Tata Power, Tata Moters, Tata Steel आदि शामिल है। जल्द ही टाटा ग्रुप की एक ओर कम्पनी का IPO आने वाला है, जिसका नाम Tata Technologies है। ऐसे में अगर Tata Group क्रिप्टोकरंसी में निवेश करे तो उन पारंपरिक निवेशकों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो सकती हैं, जो वर्तमान में केवल स्टॉक मार्केट के निवेशक ही हैं। Tata Group जैसी देश की बड़ी फर्म का क्रिप्टो मार्केट में निवेश करना उन लोगों में भी विश्वास जगाएगा, जो क्रिप्टो मार्केट में इन्वेस्ट तो करना चाहते हैं लेकिन रेगुलेशन के अभाव के चलते इस मार्केट से दूरी बनाए हुए हैं। यह खबर उन लोगों में भी क्रिप्टोकरंसी मार्केट के प्रति उत्सुकता जगाएगी, जो अब तक इस मार्केट के विषय में कम या न के बराबर जानकारी रखते हैं।
अगर ऐसा होता हैं तो Tata Group को दुनिया की दूसरी सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरंसी Ethereum (ETH) में इंवेस्ट करना चाहिए। दरअसल ETH, Bitcoin के बाद क्रिप्टोकरंसी मार्केट की सबसे लोकप्रिय करंसी है। निवेशकों का यहाँ तक मानना है कि आने वाले समय में यह BTC को भी पछाड़ देगी। वर्तमान में ETH $2,000 के ऊपर ट्रेड कर रहा हैं, जबकि BTC $37,000 के ऊपर ट्रेड कर रहा हैं, ऐसे में यह माना जाता हैं कि BTC की तुलना में ETH की कीमतों की बढ़ने की संभावना काफी ज्यादा है। खेर अन्य करंसी के मुकाबले BTC और ETH दोनों ही सुरक्षित माने जाते हैं, ऐसे में Tata Group जैसी बड़ी फर्म अगर क्रिप्टो मार्केट में निवेश की योजना बानाएगी भी तो वह इन दोनों क्रिप्टोकरंसियों में से एक को ही चुनेगी। खेर यह तो वक्त ही बताएगा कि क्या Tata Group क्रिप्टो मार्केट में निवेश की योजना बनाता है या फिर पूर्व चेयरमैन Ratan Tata की तरह क्रिप्टो मार्केट से दूर रहने की सलाह देता है।
वर्तमान में क्रिप्टोकरंसी मार्केट दुनिया के उन अंडररेटेड मार्केट्स में से एक है, जिसमें निवेश तो सब करना चाहते हैं, लेकिन रेगुलेटरी सम्बंधित चिंताओं के चलते अपने कदम पीछे कर लेते हैं। कुछ बड़ी फर्म्स ओपनली इस मार्केट में निवेश करने की बात को मानती हैं, लेकिन कुछ फर्म्स के विषय में केवल अफवाहे सुनने को मिलती हैं। ऐसा ही कुछ हुआ था Tata Group के पूर्व चेयरमैन Ratan Tata के साथ। जहाँ यह खबर वायरल हो गई थी कि Ratan Tata ने भारी मात्रा में क्रिप्टोकरंसी में निवेश किया है। जिसके बाद खुद Ratan Tata को सामने आकर इस बात की सफाई देनी पड़ी थी कि उन्होंने क्रिप्टोकरंसी में किसी भी तरह का कोई निवेश नहीं किया है। लेकिन एक पुरानी कहावत है कि धुआं वहीँ से उठता जहाँ आग होती हैं, खेर यह तो Tata Group और रतन टाटा है जाने कि उन्होंने किसी भी क्रिप्टोकरंसी में निवेश किया है या नहीं। पर इस खबर के बाद वे भारतीय भी क्रिप्टोकरंसी मार्केट में रूचि रखने लगे थे, जो पारंपरिक ट्रेडिंग तक ही सिमित थे।
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