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Cryptocurrency के लिए खास रही G20 समिट, जानिए क्या-क्या हुआ

महत्वपूर्ण बिंदु
  • G20 समिट में PM Modi ने Cryptocurrency पर अपना पक्ष रखा और कहा कि मौद्रिक और वित्तीय स्थिरता के लिए Cryptocurrency एक तरह से नया विषय है।
  • वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने भी Cryptocurrency पर अपने विचार पेश किए। उन्होंने कहा कि हम क्रिप्टो एसेट इकोसिस्टम के बढ़ते विकास और जोखिमों पर अपना ध्यान लगाए हुए हैं।
  • देश में 58 शहरों में अभी तक 200 से ज्यादा बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं और इन बैठकों में दुनियाभर से जुड़े हर मुद्दों पर चर्चा करने के साथ-साथ सुझाव एवं प्रस्ताव भी लिए गए हैं।
12-Sep-2023 Deeksha
Cryptocurrency के लिए खास रही G20 समिट, जानिए क्या-क्या हुआ

G20 समिट में Cryptocurrency को रेगुलेट करने पर हुई चर्चा

भारत की अध्यक्षता में G20 समिट का नई दिल्ली में आयोजन किया गया था। दो दिवसीय G20 समिट में कई वैश्विक चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया गया है। इस ग्लोबल समिट का व्यापक एजेंडा वसुधैव कुटुंबकम मतलब एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य था। G20 समिट में India, China, America, Japan, France और Turkey जैसे कुल 19 देशों ने भाग लिया था। इसके साथ ही G20 समिट में हर बार की तरह पर्यावरण, व्यापार और वाणिज्य जैसे मुद्दे उठाए गए। इसी के साथ इस बार की G20 एक अच्छे पड़ाव पर आकर समाप्त हुई और अगली G20 समिट की कमान Brazil के हाथों में सौंप दी गई है। भारत में आयोजित हुई G20 समिट में एक और अहम मुद्दे के बारे में PM Modi ने अपने विचार साझा किए। इस बार की समिट में Cryptocurrency के मुद्दे ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है। G20 समिट में PM Modi ने Cryptocurrency पर अपना पक्ष रखा और कहा कि मौद्रिक और वित्तीय स्थिरता के लिए Cryptocurrency एक तरह से नया विषय है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि Cryptocurrency को रेगुलेट करने की आवश्यकता है। PM Modi द्वारा उठाए गए Cryptocurrency के मुद्दे पर ग्लोबल लीडर्स ने अपनी सहमति व्यक्त की। जिसके बाद FSB और IMF द्वारा संयुक्त पत्र में पेश किए सुझाव पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सभी G20 ने कहा कि हम मिलकर एक क्रिप्टो रेगुलेशन से जुड़े फ्रेमवर्क पर काम करेंगे और यह फ्रेमवर्क सिर्फ G20 देशों के लिए ही मान्य नहीं होगा, बल्कि नॉन G20 देशों के लिए भी मान्य होगा। 

Nirmala Sitharaman ने भी Cryptocurrency पर पेश किए अपने विचार

PM Modi ने कुछ दिनों पहले B20 समिट में Cryptocurrency पर चर्चा करते हुए सभी देशों से Cryptocurrency पर एक ही नियम बनाने की बात कही थी। इसके बाद अभी दो दिवसीय G20 समिट में भी PM Modi ने Cryptocurrency पर अपनी चर्चा जारी रखी है। बता दें कि भारत के लोगों द्वारा डिजीटल ट्राजेंक्शन को बढ़ी तेजी से अपनाया जा रहा है और देश में अधिकतर लोग डिजीटल ट्राजेंक्शन का इस्तेमाल कर रहे हैं । भारत ने जैसे यूनिफाइड पेमेंट सिस्टम को पूरे देश में लागू किया है, उसी तरह अब वह क्रिप्टो पर क्या रणनीति पेश करेगा वह देखने का विषय है। वहीं Cryptocurrency दिन प्रतिदिन वैश्विक स्तर पर अपने पैर पसार रही है। ऐसे में G20 में Cryptocurrency का मुद्दा उठना इसके तेजी से हो रहे विकास की तरफ इशारा करता है। इसके साथ ही भारत की वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने भी Cryptocurrency पर अपने विचार पेश किए। उन्होंने कहा कि हम क्रिप्टो एसेट इकोसिस्टम के बढ़ते विकास और जोखिमों पर अपना ध्यान लगाए हुए हैं। Sitharaman ने आगे कहा कि Cryptocurrency पर रेगुलेटरी फ्रेमवर्क तैयार करने से इससे होने वाले जोखिमों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी। अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने आगे कहा कि जितना Cryptocurrency का विस्तार हो रहा है, उतना ही इसमें जोखिमों की संभावना बढ़ती जा रही है। इसलिए PM Modi की बात पर सहमति जताते हुए Sitharaman Cryptocurrency पर सभी देशों में एक ही कानून बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। 

देश में 58 शहरों में 200 से ज्यादा हो चुकी हैं बैठकें

बता दें कि भारत में आयोजित की गई 18वीं G20 समिट अपनी एतिहासिक छवि कायम रखने में सफल हुई है। भारत ने G20 समिट में संयुक्त घोषणा पत्र पर दुनिया के बड़े-बड़े देशों से ना सिर्फ सहमति बनवाई, बल्कि Russia जैसे देश से भी दोस्ती निभाने में कामयाब हुआ है। भारत ने G20 समिट से पूरी दुनिया में अपनी ताकत का एहसास करवाया है। बता दें कि देश में 58 शहरों में अभी तक 200 से ज्यादा बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं और इन बैठकों में दुनियाभर से जुड़े हर मुद्दों पर चर्चा करने के साथ-साथ सुझाव एवं प्रस्ताव भी लिए गए हैं। भारत हमेशा से ही सबका साथ और सबका विकास वाली योजना पर काम करने में विश्वास रखता है। इसलिए भारत प्रत्येक क्षेत्र में सभी देशों के साथ मिलकर काम करना चाहता है और इस बात को इसने G20 समिट में साबित करके दिखाया है। भारत ने इस समिट के जरिए दुनिया की उम्मीदों को एक अलग दिशा में मोड़ते हुए उन्हें उड़ने के लिए पंख दिए हैं। 

China और Raussia के प्रेसिडेंट नहीं बने G20 समिट का हिस्सा

इस G20 समिट में China के प्रेसिडेंट Xi Jinping शामिल नहीं हुए थे, बल्कि उनकी जगह China के PM Li Qiang ने हिस्सा लिया था। China के प्रेसिडेंट के इस समिट में शामिल ना होने पर अमेरिका के प्रेसिडेंट Joe Biden ने एक बयान दिया था। Biden ने कहा कि अगर Jinping इस समिट में शामिल होते तो अच्छा होता, लेकिन वो नहीं हैं फिर भी समिट अच्छी तरह से चल रही है। China के प्रेसिडेंट के अलावा Span के प्रेसीडेंट Pedro Sánchez भी इस समिट का हिस्सा नहीं बने थे। इसी के साथ Raussi के प्रेसिडेंट Vladimir Putin भी इस समिट में शामिल नहीं हुए थे। पूरी दुनिया में G20 समिट के माध्यम से भारत का डंका बज रहा है, लेकिन दूसरी तरफ कुछ लोगों का कहना है कि अगर China और Russia के प्रेसिडेंट भी इस समिट में शामिल होते तो इस बैठक के मायने काफी अलग होते। 

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