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SEC का क्रिप्टो विरोध, तोड़ सकता है Biden के प्रेसिडेंट बनने का सपना

महत्वपूर्ण बिंदु
  • क्रिप्टोकरंसी मार्केट में US सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) बीते 2 सालों से लगातार दखल देता रहा है।
  • इस दौरान SEC ने Binance और Coinbase सहित कई क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंजों को अपना निशाना बनाया है, जो कि वर्तमान समय में भी जारी है।
  • SEC का लगातार क्रिप्टो विरोध अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति Joe Biden के दौबारा US प्रेसिडेंट बनने के सपने को तोड़ सकता है।
24-Aug-2023 Rohit Tripathi
SEC का क्रिप्टो विरोध, तोड़ सकता है Biden के प्रेसिडेंट बनने का सपना

क्या SEC का लगातार क्रिप्टो विरोध, डूबा देगा Joe Biden की नैया

अमेरिका में वर्ष 2024 में प्रेसिडेट इलेक्शन होने वाला है। इस चुनाव पर दुनिया के हर देश की निगाहे हैं। क्योंकि अमेरिका दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश है। जिसकी करंसी का वर्चस्व भी पूरी दुनिया पर चलता है। लेकिन बीते कुछ सालों में क्रिप्टोकरंसी मार्केट में लोगों के रुझान से डॉलर को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। यह चुनौती कुछ ऐसी है कि कई छोटे देश डॉलर के साथ सबसे पुरानी क्रिप्टोकरंसी Bitcoin को भी लीगल करंसी के रूप में स्वीकार कर रहे हैं। इस स्वीकार्यता के पीछे का एक सबसे बड़ा कारण क्रिप्टोकरंसी का डिसेंट्रलाइज्ड होना है। लेकिन बीते कुछ समय से अमेरिका में क्रिप्टोकरंसी को लगातार अमेरिका की रेगुलेटरी अथॉरिटी SEC के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। 

SEC क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज का इतना विरोध कर चुका है, कि अब क्रिप्टो कम्युनिटी वर्तमान अमेरिका सरकार को ही क्रिप्टो विरोधी मानने लगी है। क्रिप्टो एक्सचेंजों के विरुद्ध SEC की कार्रवाई को क्रिप्टो कम्युनिटी अमेरिकी राष्ट्रपति Joe Biden का आदेश मान रही है। इसके पीछे का कारण US सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) के अध्यक्ष Gary Gensler का अमेरिकी राष्ट्रपति Joe Biden का करीबी होना है। जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खुद राष्ट्रपति Biden ने SEC के अध्यक्ष के रूप में Gary Gensler का नाम प्रस्तावित किया था। ऐसे में SEC के अध्यक्ष Gary Gensler द्वारा उठाये गये हर कदम का अर्थ यही माना जाता है कि जो कुछ भी हो रहा है वह राष्ट्रपति Joe Biden की मर्जी से हो रहा है। अब ऐसे में सवाल तो यही है कि SEC का क्रिप्टो एक्सचेंजों को निशाना बनाने और लगातर क्रिप्टो विरोधी रुख अपनाने का असर आखिर क्या होगा। तो आपको बता दे कि SEC का लगातार एक्सचेंजों को निशाना बनाना, उन अमेरिकी लोगों पर भी सीधा असर डाल रहा है, जो वर्तमान में क्रिप्टोकरंसी के निवेशक है। इन निवेशकों में अमेरिका के बड़े-बड़े बिजनेसमैन और फ़िल्मी सितारें शामिल हैं, जिनका एक बड़ा फैनबेस है। ये फैनबेस इतना बड़ा है कि अमेरिका में किसकी सरकार बनाना है और किसकी सरकार गिराना, यह तक डिसाइड कर सकता है। उदाहरण के लिए दुनिया के सबसे अमीर आदमी Elon Musk को ही ले लीजिए। 

Elon Musk क्रिप्टो के समर्थक माने जाते हैं, उनकी फर्म Tesla ने बड़ी मात्रा में Bitcoin में निवेश किया है। इतना ही नहीं खबरे तो यहाँ तक है कि उन्होंने Dogecoin और Shiba Inu में भी निवेश किया है। क्रिप्टो कम्युनिटी तो यह भी मानती है कि Musk जल्द ही अपने सोशल मिडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर क्रिप्टो में भुगतान शुरू कर सकते हैं। ऐसे में अगर Elon Musk आने वाले राष्ट्रपति चुनाव में Joe Biden के खिलाफ किसी अन्य उम्मीदवार के सपोर्ट में उतर जाएं तो Joe Biden की हार तो तय मान लीजिये। हालंकि अभी राष्ट्रपति चुनाव में समय है, Biden चाहें तो अपनी गलती भी सुधार सकते हैं। इसके लिए उन्हें सबसे पहले Ripple, Binance और Coinbase जैसे एक्सचेंजों के खिलाफ चल रही कानूनी कार्रवाई पर अंकुश लगाना होगा। इसके साथ ही क्रिप्टोकरंसी मार्केट के पक्ष में माहौल क्रिएट करना होगा। ताकि क्रिप्टो मार्केट अमेरिका में आगे बढ़ सके और क्रिप्टो कम्युनिटी एवं एक्सचेंज बिना किसी रोक-टोक के ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म चला सकें।  

SEC का क्रिप्टो विरोध, तोड़ सकता है Biden के प्रेसिडेंट बनने का सपना

वर्तमान में अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में एक मुद्दा आम है, यह मुद्दा है क्रिप्टोकरंसी, जिसे हर राजनेता अपना हथियार बनाना चाहता है। अमेरिका के राष्ट्रपति Joe Biden के विरुद्ध में खड़े हुए उम्मीदवार, लगातार क्रिप्टोकरंसी के प्रति अपना समर्थन दिखा रहे हैं। इसमें भारतीय मूल के Vivek Ramaswamy, Florida के गवर्नर Ron DeSantis, Robert F. Kennedy Jr. और पूर्व राष्ट्रपति Donald Trump का नाम शामिल है। ये सभी अपनी चुनावी सभाओं में खुलकर क्रिप्टोकरंसी की बाते करते हैं। इनमें से Ramaswamy, Robert F. Kennedy और Ron DeSantis तो अपने इलेक्शन कैम्पने के डोनेशन के रूप में Bitcoin को स्वीकार करने की बात कह चुके हैं। 

हाल ही में Donald Trump के Ethereum Wallet में $2.8M से अधिक के Ethereum होने के विषय में जानकारी सामने आई हैं। वहीँ इसके विपरीत Joe Biden ने क्रिप्टोकरंसी का सपोर्ट तो छोड़िये उसके विषय में कभी अपनी सभा में बात तक नहीं की हैं। इतना ही नहीं वे अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी क्रिप्टोकरंसी से जुड़े सवालों को लेकर बचते रहे हैं। अंत में तो हम यही कह सकते हैं कि क्रिप्टो पर SEC का विरोध Biden की कुर्सी के लिए हानिकारक हो सकता हैं। ऐसे में अगर राष्ट्रपति Joe Biden को एक बार फिर सत्ता का स्वाद चखना है तो उन्हें क्रिप्टोकरंसी के सपोर्ट में खड़े होना पड़ेगा। साथ ही SEC की मनमानी पर भी अंकुश लगाना होगा। वे चाहे तो क्रिप्टो कम्युनिटी के लिए एक सार्वजनिक सभा कर उन्हें अपने भरोसे में ले सकते हैं। लेकिन चुनाव में केवल कुछ ही महीने बचे हैं, ऐसे में इन सब चीजों को करने का समय भी हाथ से निकल सा गया है और एक मंझे हुए राजनेता होने के नाते Joe Biden इस बात से अच्छी तरह वाकिफ होंगे। 

यह भी पढ़िए : क्या होगा अगर Bitcoin बन जाए ग्लोबल लीगल करंसी

व्हाट यूअर ओपिनियन
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