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Bitcoin क्रिएटर Satoshi Nakamoto के उदय से अंत की कहानी

महत्वपूर्ण बिंदु
  • Satoshi Nakamoto 2008 में सुर्ख़ियों में आए जब उन्होंने Bitcoin व्हाईट पेपर जारी किया।
  • वर्ष 2011 में आखरी बार Satoshi Nakamoto ने ट्विट किया था। उस समय उनके पास लगभग 1 मिलियन Bitcoin थे।
21-Jun-2023 Rohit Tripathi
Bitcoin क्रिएटर Satoshi Nakamoto के उदय से अंत की कहानी

Bitcoin के क्रिएटर Satoshi Nakamoto के उदय से अंत की अनसुनी कहानी

दुनिया में जब से क्रिप्टोकरंसी का निर्माण हुआ है, आम लोगों को निवेश का एक नया विकल्प मिल गया है। लेकिन निवेश के इस विकल्प की शुरुआत करने का श्रेय जिस व्यक्ति को जाता है, वह किसी पहचान का मोहताज नहीं है। दरअसल हम बात कर रहे हैं Bitcoin के क्रिएटर Satoshi Nakamoto के बारे में। जिन्होंने वर्ष 2008 में Bitcoin: ए पीयर-टू-पीयर इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम टाइटल से एक व्हाइट पेपर जारी किया। जिसके बाद 2009 में Bitcoin को लॉन्च किया गया। यह वह समय तह जब Satoshi Nakamoto का उदय हुआ। 

यह उदय कुछ ऐसा था, जो भी Satoshi Nakamoto से जुड़ा वह Bitcoin कम्युनिटी से भी जुड़ता चला गया। इस तरह एक स्ट्रांग Bitcoin कम्युनिटी का निर्माण हुआ, जो आज भी Bitcoin से सम्बंधित फैसले लेती है। 2009 एक ऐसा समय था, जब लोगों को क्रिप्टोकरंसी के बारे बहुत अल्प जानकारी थी, ऐसे में Satoshi Nakamoto ने विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म्स और इमेल कम्युनिकेशन के माध्यम से कम्युनिटी के साथ में सक्रीय रूप से जुड़ना शुरू किया।  यह वह दौर था जब ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी सभी के लिए नई थी, ऐसे में लोगों को इसके बारे में समझाना बेहद जरुरी था। 

जब लोगों ने Bitcoin कम्युनिटी से जुड़ना शुरू किया तब Satoshi Nakamoto की उपस्थिति बेहद महत्वपूर्ण थी, ऐसे में उन्होंने कम्युनीटी का तकनीकी पहलुओं पर मार्गदर्शन किया। इसके साथ ही उन्होंने कम्युनिटी की चिंताओं को भी संबोधित किया और Bitcoin प्रोटोकॉल का प्रमोशन किया। Satoshi Nakamoto के इस एक्टिव पार्टिसिपेशन ने ही Bitcoin की दिशा को आकार देने में सहायता की। यह Satoshi Nakamoto का ही प्रभाव था कि Bitcoin को अपनाने वाले लोगों के बीच कम्युनिटी की भावना को बढ़ावा मिला। 

Satoshi Nakamoto ने बनाई Bitcoin से दूरी 

शुरूआती दिनो में Bitcoin व्हाइट पेपर जारी करने से लेकर उसके प्रचार करने, एक स्ट्रांग कम्युनिटी का निर्माण करने जैसा कार्य Satoshi Nakamoto ने किया। जिससे Bitcoin धीरे-धीरे लोगों के बीच में लोकप्रिय होने लगा। धीरे-धीरे Bitcoin की कीमत बढ़ने लगी। एक समय में 6 पैसे कीमत रखने वाला Bitcoin धीरे धीरे हजारों और लाखो रूपए कीमत को छूने लगा। लेकिन Bitcoin की कीमत जैसे-जैसे बढ़ने लगी वैसे-वैसे Satoshi Nakamoto की भागीदारी कम होती गई। वर्ष 2010 में एक समय ऐसा आया जब Satoshi Nakamoto ने अपने फैसले से सबको चौका दिया और उन्होंने प्रमुख डेवलपर Gavin Andresen को Bitcoin प्रोजेक्ट की कमांड सौंप दी। 

क्रिप्टो विशेषज्ञों को इस समय ऐसा लगा कि हो सकता है Satoshi Nakamoto सार्वजानिक रूप से सबके सामने आने के लिए कुछ बड़ा प्लान कर रहे हैं, इसलिए वे Bitcoin प्रोजेक्ट से अपने आपको दूर कर रहे हैं। लेकिन अप्रैल 2011 में Satoshi Nakamoto ने सभी को एक और झटका देते हुए अपने एक पोस्ट के माध्यम से यह सूचित किया कि, वे अब अन्य चीजों पर चले गए है और अब वे Bitcoin के डेवलपमेंट में शामिल नहीं होंगे। यह आखरी बार था जब किसी मंच पर या किसी तरह Satoshi Nakamoto लोगों के साथ जुड़े। इसके बाद न कभी उन्होंने कोई पोस्ट की, ना कभी उनसे जुड़ी कोई खबर सामने आई। हालंकि जब Satoshi Nakamoto रहस्यमयी तरीके से गायब हुए तब उनके पास कम से कम 1 मिलियन Bitcoin थे। हालंकि इन Bitcoin की वर्तमान स्थिति अज्ञात है। साथ ही में Satoshi Nakamoto का रहस्य भी  एक रहस्य ही रह गया।  

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व्हाट यूअर ओपिनियन
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