भारत में क्रिप्टो स्कैम की घटनाएँ तेजी से बढती जा रही है, जहाँ महानगरों के पढ़े-लिखे लोग इसका शिकरा हो रहे है। हाल ही में क्रिप्टो स्कैम से जुडी एक घटना आई है जहाँ गुरुग्राम स्थित एक कंसल्टेंसी फर्म के अधिकारी से करीब ₹38 लाख की ठगी की गई है। इस स्कैम में एक महिला ने मेट्रीमोनियल साईट के जरिये संपर्क किया और इस घटना को अंजाम दिया। दरअसल नमन अग्रवाल की मुलाकात पिछले नवंबर में मेट्रीमोनियल साईट jeevansthi.com के माध्यम से एक महिला से हुई, जिसने अपना नाम रिद्धि शर्मा बताया था। उसने दावा किया कि वह कोलकाता की है और पिछले पांच साल से लंदन में रह रही थी। लड़की ने नमन को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने का लालच दिया साथ ही उसे Deuncoin नामक क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने का सुझाव दिया और वेबसाइट m.deuncoin.vip पर उसका ट्रेडिंग अकाउंट भी बना दिया।
इसके साथ ही खुद को रिद्धि शर्मा बताने वाली महिला ने व्हाट्सएप पर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की कस्टमर केयर टीम का विवरण भी साझा किया। शुरुआत में उसने ₹10 लाख निवेश करने के लिए कहा और कहा कि वह इतनी ही राशि नमन के ट्रेडिंग खाते में ट्रांसफर कर देगी। जिसके कुछ दिनों बाद Deuncoin कस्टमर केयर सपोर्ट टीम से व्हाट्सएप पर एक संदेश मिला कि रिद्धि शर्मा द्वारा ट्रांसफर राशि मनी लॉन्ड्रिंग का एक कार्य है और यह कार्रवाई के दायरे में आती है, और टास्क फोर्स ने नमन को एक राशि जमा करने के लिए कहा।
ट्रेडिंग खाते की सामान्य स्थिति को बहाल करने के लिए 24 घंटे के भीतर राशि जमा करनी होगी अन्यथा इसे फ्रीज कर दिया जाएगा। इसके तुरंत बाद, अग्रवाल ने और ₹10 लाख जमा किए और उनसे अपने पैसे निकालने को कहा। पैसे निकालने के बजाय, उसे विभिन्न शुल्कों के नाम पर और अधिक फंड ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया गया। ₹38 लाख का भुगतान करने के बाद भी वे और अधिक की मांग करते रहे। हालाँकि शिकायत के आधार पर साइबर पुलिस ने अज्ञात महिला और अन्य आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत FIR दर्ज की गई है।
पिछले कुछ सालों में भारत में क्रिप्टो स्कैम्स तेजी से बढे है। खास बात यह है कि इन स्कैम्स का शिकार देश के महानगरों में रहने वाले पढ़े-लिखे लोग हो रहे है। यह स्कैम्स लोगो के बीच क्रिप्टो के लिए जागरूकता की कमी को उजागर करते है। साथ ही सरकार को इन्हें रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता पर भी जोर देते है। हालाँकि सरकार इन्हें रोकने के लिए कदम उठा रही है, इसके लिए सरकार ने पिछले सितम्बर में एक अत्याधुनिक क्रिप्टोकरंसी इंटेलिजेंस एंड एनालिसिस टूल (CIAT) लॉन्च किया था। लेकिन टूल लॉन्च करने के साथ-साथ लोगो के बीच क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जागरूकता लेन की जरुरत है, जिससे इस तरह के स्कैम्स को रोका जा सके।
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