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अगर Satoshi रहता सोता तो Bitcoin क्रिएट कैसे होता

महत्वपूर्ण बिंदु
  • 2008 में Satoshi Nakamoto ने Bitcoin क्रिएशन से जुड़ा व्हाईट पेपर जारी किया था, जिसके बाद वर्ष 2009 में Bitcoin लॉन्च किया गया था।
  • लेकिन अगर Satoshi Nakamoto को Bitcoin क्रिएट करने का ख़याल ही नहीं आता तो आज शायद हम क्रिप्टोकरंसी के विषय में जानते ही नहीं।
  • Bitcoin पहली क्रिप्टोकरंसी होने के चलते आने वाले समय में अन्य क्रिप्टोकरंसी क्रिएटर्स के लिए एक उदहारण बन पाई, जिसने उन्हें क्रिप्टोकरंसी से जुड़ा एक बेंचमार्क दिया।
08-Dec-2023 By: Rohit Tripathi
अगर Satoshi रहता सोत

2008 में अगर Satoshi Nakamoto BTC की नहीं करते कल्पना 

साल 2008 में दुनिया की पहली क्रिप्टोकरंसी Bitcoin का व्हाईट पेपर जारी किया गया, जिसके बाद वर्ष 2009 में Bitcoin लॉन्च किया गया था। पहली क्रिप्टोकरंसी होने के चलते Bitcoin क्रिप्टो क्रिएटर्स के लिए एक बेंचमार्क बनीऔर हमें Ethereum, Solana, Dogecoin, Shiba Inu, PEPE जैसी क्रिप्टोकरंसी मिली। लेकिन सोचिए कि अगर वर्ष 2008 में Satoshi Nakamoto के मन में यह ख़याल ही नहीं आया होता कि किसी ऐसी डिजिटल करंसी की आवश्यकता है, जो देश-दुनिया की सीमा से परे हो, तो क्या होता। 

आपको बता दे कि अगर ऐसा होता तो आज क्रिप्टोकरंसी मार्केट के विषय में लोग जान ही नहीं पाते। अगर जान भी लेते तो कोई करंसी इतनी लोकप्रिय ही नहीं हो पाती जितनी Bitcoin हैं। साथ ही विभिन्न देशों की सरकार को इसे रेगुलेट करने या इससे जुड़ा रेगुलेटरी फ्रेमवर्क बनाने के लिए माथापच्ची नहीं करनी पड़ती। वहीँ न हम Satoshi Nakamoto को जानते और न ही आप यह आर्टिकल पढ़ रहे होते। 

अगर Nakamato, Bitcoin क्रिएशन को लेकर नहीं दिखाते इंटरेस्ट

Bitcoin के क्रिएटर Satoshi Nakamoto ने जिस दिन Bitcoin व्हाईट पेपर जारी किया उस दिन वे देर तक सोते रहते और फिर Bitcoin क्रिएशन को लेकर इंटरेस्ट न दिखाते हुए इस आईडिया को ही ड्राप कर देते तो सोचिए क्या होता। सबसे पहले तो Satoshi Nakamoto, जिनकी आइडेंटिटी गुमनाम है, वे सचमुच में गुमनाम होते। कोई उन्हें न जानता, ना जानने में इंटरेस्ट लेता। साथ ही वे लोग जो आज Bitcoin के चलते बिलेनियर बन गए हैं, वे कहीं रोड पर घूमते दिखाई पड़ते। इतना ही नहीं FTX कोलाप्स जैसा बड़ा झमेला कभी नहीं होता और न ही Sam Bankman-Fried को जेल की हवा खानी पड़ती। 

वहीँ Do Kwon भी फर्जी पासपोर्ट के आरोप में Montenegro की जेल का खाना खाने के बजाए अपने घर पर बैठकर पिज्जा खा रहे होते। हो सकता हैं उस समय वो 99 रूपए का पिज्जा खाते, लेकिन इस तरह से चोरी और धोखाधड़ी के आरोप तो उन्हें नहीं झेलना पड़ते। Musk जैसा दुनिया का सबसे अमीर आदमी कभी भी Twitter पर अपने DOGE प्रेम को जाहिर नहीं कर पाता। हो सकता हैं अगर BTC क्रिएट नहीं होता तो Elon Musk, तोता, चिड़िया या कोई पक्षी पाल लेते, जिससे Twitter ( वर्तमान में X) को खरीदने के बाद उसका लोगो ब्लू चिड़िया ही रहता। खैर जो होना है वो तो हो गया, आज BTC भी है और उसकी तरह हजारो क्रिप्टोकरंसी भी। साथ ही अब इसके निवेशक भी इतने बढ़ चुके हैं कि इसे हटाना या गायब करना किसी के बस में नहीं। 

यह भी पढ़िए : Bitcoin और Ethereum में क्या है अंतर, किस पर किया जा सकता है निवेश

व्हाट यूअर ओपिनियन
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