SEC एक गवर्नमेंट ग्रुप, Bitcoin जैसी डिजीटल मनी सेटलमेंट वाली एक कंपनी Kraken के साथ कानूनी लड़ाई में हैं। SEC का कहना है कि Kraken ने इन डिजीटल कॉइन्स के ट्रेड्स के लिए सही नियमों का पालन नहीं किया था। SEC ने कहा है कि Kraken बिना परमिशन के डिजीटल मनी के लिए मार्केट चला रहा था।
SEC vs Kraken के बीच चल रही यह कानूनी लड़ाई वैसी ही प्रतीत होती है, जैसे कि Coinbase नामक एक कंपनी के साथ पहले देखी जा चुकी है। SEC को यह कंट्रोल करना थोड़ा कठिन लगता है कि इन डिजीटल कॉइन्स का ट्रेड कैसे किया जा सकता है। लेकिन बहुत से लोगों का ऐसा मानना है कि SEC रियल में यह समझ नहीं रखता है कि ये नए डिजीटल मनी मार्केट कैसे काम करते हैं। इसके अलावा Kraken के खिलाफ SEC द्वारा दायर किया गया यह मुकदमा पिछली विफलताओं को दर्शाता है और रेगुलेटरी के धोखे को भी दर्शाता है। वहीं यह Coinbase के साथ किए गए एग्रेसिव एप्रोच को भी दिखाता है।
बता दें कि SEC ने Coinbase और Kraken दोनों पर अनरजिस्टर्ड सिक्योरिटी एक्सचेंज चलाने का आरोप लगाया था। अगर देखा जाए तो यह स्ट्रेटजी मिसअंडरस्टेंड करती है कि Cryptocurrency Exchange कैसे काम करती है, जो कि बिल्कुल ही उल्टी साबित होती है।
Cryptocurrency प्लेटफॉर्म जैसे Kraken डिफरेंट एसेट्स की पेशकश करते हैं, जो कि ट्रेडिशनल सिक्योरिटी रूल्स से सटीक रूप से मेल नहीं खाते हैं। SEC की गलत हिरारकी ने क्रिप्टो की डिसेंट्रलाइज्ड यूटिलिटी ड्राइवन नेचर की कमजोरी को दिखाया है, जो ट्रेडिशनल सिक्योरिटी से बिल्कुल ही अलग है। यह दृष्टिकोण क्रिप्टोकरेंसी की विशेषताओं और कार्यों को अनदेखा करता है।
SEC का प्रयास Cryptocurrency को ट्रेडिशनल सिक्योरिटी फ्रेमवर्क से जोड़ने का है, जो कि डिजिटल एसेट्स के खिलाफ पक्षपात की ओर इशारा करता है। यह एक-साइज़-फिट्स-ऑल एप्रोच इनोवेशन को दबा देता है और नियमों का सामना करने का प्रयास कर रहे प्लेटफ़ॉर्म्स को नुकसान पहुंचाता है। इसके साथ ही इंड्रस्ट्रीज को पनपने में रुकावट पैदा करता है। SEC का यह अड़ियल रवैया Crypto ट्रेड्स को अमेरिका से दूर कर रहा है और क्रिप्टो फ्रेंडली स्थानों की ओर आकर्षित कर रहा है, जिससे देश के टेक्निकल इनोवेशन में खड़े होने का खतरा पैदा हो सकता है। इस नियामक मध्यस्थता से ग्लोबल लेवल पर US, क्रिप्टो इंडस्ट्री में अपनी लीडरशिप को भी खो सकता है।
SEC द्वार Kraken और Coinbase के खिलाफ किए गए केस, Crypto को प्रभावी ढंग से रेगुलेट करने के लिए SEC के संघर्ष को दर्शाता है। आक्रामक और गलत सूचना वाले रेगुलेशन का यह पैटर्न ना केवल निरर्थक साबित होता है, बल्कि SEC की विश्वसनियता पर भी सवाल खड़े करता है। इसके साथ ही यह रेगुलेशन सिस्टम SEC को नई टेक्निक को समझने और अपनाने की तुलना में नियमों को लागू करने पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के लिए मजबूर करता है।
SEC के साथ यह कानूनी लड़ाई एक ही मामले में नहीं है, बल्कि यह कई और मामलों से भी मेल खाती है। जिन पर SEC द्वारा आरोप लगाए गए थे। इसी के साथ SEC को अपनी पुरानी रणनीति पर फोकस कर उसके साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता पर ध्यान देना चाहिए और इंडस्ट्री के साथ अधिक जानकारियों एवं सहयोग के साथ जुड़ना चाहिए। रेगुलेशन भी इम्पोर्टेंट हैं, लेकिन इसे इनोवेशन में बाधा डालने की जगह उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए। जिसके लिए SEC को अधिक बैलेंसिंग और वेल इनफोर्मड एप्रोच की आवश्यकता है।
हाल ही में SEC को उसके कार्यों के लिए एक फेडरल जज ने चेतावनी दी है। दरअसल US Judge ने झूठे और मिसलीडिंग क्लैम्स का हवाला देते हुए SEC और उसके लॉयर्स को फटकार लगाई है और मामले की अखंडता को कमजोर करने के लिए दंड़ के प्रति आगाह भी किया है। अनरजिस्टर्ड सिक्योरिटी की सेलिंग के आरोपी Debt Box ने दावों को गलत साबित करने के बाद अस्थायी एसेट्स फ्रीज को भंग कर दिया। बता दें कि SEC को मिसलीडिंग क्लैम्स पर जज के निष्कर्षों को संबोधित करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया गया है।
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