सस्ता टोकन का दावा करें रिजर्व का प्रमाण

ChatGPT जैसे AI मॉडल से जा सकती है जर्नलिस्ट्स की जॉब

महत्वपूर्ण बिंदु
  • Google News के पूर्व सीनियर डायरेक्टर ने भविष्यवाणी की है कि ChatGPT जैसे AI मॉडल जर्नलिस्ट्स को रिप्लेस कर सकते हैं।
  • अपने इस बयान के बाद Google News के वरिष्ठ अधिकारी ने न्यूज़ इंडस्ट्री को AI से होने वाले संभावित खतरे को लेकर चिंतित कर दिया है।
  • AI के चलते जॉब्स को होने वाले खतरों को लेकर पहले भी कई बार चिंता व्यक्त की जा चुकी हैं।
08-Feb-2024 By: Rohit Tripathi
ChatGPT जैसे AI मॉडल

अब जर्नलिस्ट्स की नौकरी के लिए भी खतरा बना AI

Google News के पूर्व सीनियर डायरेक्टर Jim Albrecht ने हाल ही में अपने एक बयान में कहा कि ChatGPT जैसे लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स (LLMs) न्यूज़ इंडस्ट्री को पूरी तरह बदल देंगे। उन्होंने अपने बयान में आगे कहा कि यह ठीक उसी तरह से होगा, जिस तरह से 2000 के दशक की शुरुआत में वर्ल्ड वाइड वेब के आने से न्यूज इंडस्ट्री पूरी तरह बदल गई थी। जहाँ 2000 से पहले यानी इंटरनेट के आने से पहले तक लोग न्यूज, न्यूज़पेपर और टेलीविजन के माध्यम से प्राप्त करते थे। लेकिन इंटरनेट के आने के बाद से इस प्रक्रिया में थोडा सा बदलाव हुआ हैं और अब वेब पोर्टल के माध्यम से अधिक संख्या में लोग न्यूज़ पढ़ते हैं। जिसके चलते प्रिंट मिडिया और टेलीविजन न्यूज़ चैनलों का काम थोड़ा कम हो गया हैं।  

Google News के अधिकारी कहते हैं ChatGPT वर्तमान में इंटरनेट पर मौजूद न्यूज आर्टिकल्स के डेटा को आसानी से बदल सकता है और उन्हें दिए गए आदेश के अनुसार उस न्यूज़ आर्टिकल्स को दोबारा लिखा जा सकता है। यहाँ Albrecht इस ओर इशारा करते हैं कि अगर AI मॉडल्स को किसी सोर्स से खबर मिलती है तो वह उसे सिस्टमेटिक अलाइन कर एक न्यूज़ आर्टिकल के रूप में उपलब्ध करा सकता है। 

Coin Gabbar का मनना है कि भले ही ChatGPT जैसे लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स (LLMs) के माध्यम से जानकारी प्राप्त की जा रही हों, लेकिन इस प्राप्त जानकारी को लेकर अभी भी दुविधा बनी हुई हैं। क्योंकी #ChatGPT, Bard जैसे लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स डेटा के लिए इंटरनेट का ही इस्तेमाल करते है। ऐसे में खबर और जानकारी के सही होने या फेक होने के विषय में हमेशा ही उलझन बनी रहती हैं। बीते कुछ समय में Artifical Intelligence के माध्यम से जनरेट की गई खबरों को लेकर कई सवाल उठते रहे हैं कुछ महीनों पहले एक व्यक्ति ने AI के माध्यम से ऐसी ही ब्लास्ट की फेक खबर अपलोड कर वायरल कर दी थी। इस खबर में बताया गया स्थान बिलकुल सही था, लेकिन फोटो और न्यूज से जुड़ा कंटेंट AI चैटबॉट के माध्यम से क्रिएट किया गया था। 

AI को ख़तरा बताकर कई बार जारी की जा चुकी है चेतावनी  

यह पहली बार नहीं ही जब ChatGPT जैसे AI मॉडल्स को लेकर चेतावनी जारी की गई हो, इससे पहले भी कई बार AI को मानव के लिए खतरा बताते हुए इसे रेगुलेट करने के लिए बाते होती रही हैं। जहाँ कुछ समय पहले हॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में राइटर्स और एक्टर्स ने AI को इंडस्ट्री में प्रतिबंधित करने और अपने हर्जाने को लेकर हड़ताल की थी।

वहीँ कुछ महीनों पहले Elon Musk और टेक इंडस्ट्री से जुड़े 2600 अन्य लोगों ने एक पेपर पर हस्ताक्षर करके Artifical Intelligence (AI) को मानव के लिए खतरा बताते हुए, ChatGPT के अपडेट वर्जन के डेवलपमेंट को कुछ महीनों तक रोकने की मांग की थी। हालाँकि ChatGPT के अपडेट वर्जन समय के साथ मार्केट में आते रहे, वहीँ AI का विरोध करने वाले Elon Musk ने खुद भी अपनी AI फर्म xAI लॉन्च कर दी। इस तरह AI सिस्टम पर रोक लगाने या लगाम लगाने से जुड़ी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। गौरतलब है कि भारतीय प्रधानमंत्री Narendra Modi, AI रेगुलेशन की बात हाल ही में भारत की अध्यक्षता में हुई G20 की बैठक में सदस्य देशों के साथ कर चुके हैं। लेकिन अभी तक #AI रेगुलेशन को लेकर कोई अपडेट G20 की ओर से जारी नहीं किया गया हैं। 

यह भी पढ़िए : नौकरियों के जाने की वजह बन रहा है Generative AI

व्हाट यूअर ओपिनियन
सम्बंधित खबर
संबंधित ब्लॉग
`