क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज प्लेटफार्म Coinbase आज कल चर्चा का विषय बन चुका है। यूनाइटेड स्टेट्स सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) द्वारा Coinbase पर लगाए गए क़ानूनी आरोप, मुक़दमे को संयुक्त राज्य अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट तक ले गए थे। जानकारी के अनुसार एक समय में ट्रेडिंग वॉल्यूम के नज़र से Coinbase यूनाइटेड स्टेट्स का सबसे बड़ा क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज प्लेटफार्म हुआ करता था। वर्तमान में चल रहे सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन और Binance के बीच विवाद के बाद SEC कई क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज प्लेटफार्म पर नज़र रखे हुए है और किसी भी तरह के गलत कार्य की भनक लगने पर सीधा कार्यवाही कर रहा है।
SEC ने Coinbase पर वर्तमान में मुकदमा दायर किया था, जिसमे 101-पेज की शिकायत में SEC का मानना था Coinbase अपने यूजर्स को टोकन ट्रेड करने की परमिशन प्रदान करने में यूनाइटेड स्टेट्स के नियमो का उल्लंघन कर रहा है। SEC ने इसे एक अनरजिस्टर्ड सिक्योरिटीज बताया है। Coinbase द्वारा इन आरोपों को नाकारा गया है। Coinbase के चीफ लीगल ऑफिसर Paul Singh Grewal ने कहा अगर यह मुकदमा सुप्रीम कोर्ट तक जाएगा तो Coinbase उसके लिए भी तैयार रहेगा और यह केस सुप्रीम कोर्ट तक गया भी, जिसका नतीजा कुछ दिनों पहले ही आया है।
Brian Armstrong द्वारा स्थापित क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज प्लेटफार्म Coinbase कुछ समय से कई क़ानूनी विवादों से घीरा हुआ था। अमेरिका का यह क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज प्लेटफार्म SEC द्वारा किए गए मुकदमो का सामना कर रहा था, लेकिन 23 जून 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने फैसाला एक्सचेंज प्लेटफार्म Coinbase के पक्ष में लिया है। अमेरिकन सुप्रीम कोर्ट द्वारा पहली बार किसी Cryptocurrency केस पर फैसला लिया गया है। यह निर्णय से Coinbase को काफी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने कैलिफोर्निया के दो मामलों में अदालती कार्यवाही को रोकते हुए क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज प्लेटफार्म Coinbase के पक्ष में फैसला सुनाया। इस केस के जस्टिस Brett Kavanaugh द्वारा केस का निर्णय लिया गया, उन्होंने अपना ओपिनियन लिखा जिसका समर्थन करते हुए 4 से 5 कंज़र्वेटिव न्यायाधीशों का वोट प्राप्त हुआ। हालांकि इस फैसले से सिर्फ Coinbase को फायदा हुआ है, लेकिन क्रिप्टो मार्केट और अन्य कंपनियों पर इसका प्रभाव अभी स्पष्ट नहीं है।
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