Meta ने Facebook, Instagram और Threads जैसे अपने प्लेटफॉर्म्स पर AI जनरेटेड कंटेंट को लेकर प्लानिंग की है। Meta प्लेटफॉर्म AI जनरेटेड कंटेंट के संबंध में नए स्टेंडर्ड को पेश करने की प्लानिंग पर काम कर रहा है। Meta का कहना है कि Metadata या इंटेशनली वॉटरमार्किंग के माध्यम से पहचाने जाने वाले AI जनरेटेड कंटेट को लेबल किया जाएगा। इस प्लेटफॉर्म पर यूजर्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा जनरेट होने वाले कंटेट को बिना किसी डाउट के लेबल करने में सक्षम बनेंगे। Meta की यह एप्रोच पिछली कंटेट मॉडरेशन प्रैक्टिसेस को रेजनेट करता है, जो कि यूजर्स को ऐसे कंटेंट में पार्टिसिपेट करने पर ध्यान केंद्रित करेगा, जो किसी प्रकार की समस्या या फिर संदेह से घिरे हुए हैं।
Meta का कहना है कि वह AI जनरेटेड कंटेंट बनाने के लिए इसके Built-In Tools का इस्तेमाल करता है। Meta का यह टूल AI से क्रिएट होने वाले कंटेंट को एक वॉटरमार्क और लेबल देता है, जिससे आसानी से यह पता लगाया जा सकता है कि कंटेंट ऑरिजनल है या नहीं। प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को इस प्रकार की सुविधा देने के लिए Meta कंसोर्टियम पार्टनरशिप के माध्यम से अन्य बड़ी-बड़ी कंपनियों जैसे- Google, OpenAI, Microsoft, Adobe, Midjourney और Shutterstock के साथ काम कर रही है। Meta का लक्ष्य बड़े पैमाने पर इनविजिवल वॉटरमार्क का पता लगाना है, जिसके लिए वह लगातार काम जारी रखेगा।
फिलहाल यह मैथड केवल AI-जनरेटेड इमेजेस पर ही लागू हो सकती है। Meta इस मैथड को ऑडियो और वीडियो पर इस्तेमाल नहीं कर रहा है। इसका मतलब है कि वर्तमान में Meta बड़े पैमाने पर AI जनरेटेड ऑडियो और वीडियो का पता नहीं लगा सकता है, जिसमें AI Deepfake Technology भी शामिल है। लेकिन यह प्लेटफॉर्म भविष्य में इस मैथड को इमेजेस के साथ ऑडियो और वीडियो पर भी इस्तेमाल कर सकता है।
Meta की इंटेशनली वॉटरमार्किंग के माध्यम से AI जनरेटेड कंटेंट को लेबल करना डिजीटल एनवायरनमेंट में ट्रांसपेरेंसी और अकाउंटबिलिटी प्रोवाइड करेगा। वहीं समस्याओं से घिरे हुए कंटेंट की पहचान करके Meta जैसे प्लेटफॉर्म यूजर्स को ह्यूमन और AI जनरेटेड कंटेंट के बीच अंतर निकालने, विश्वास बढ़ाने और कनेक्शन को बढ़ावा देने में सक्षम बनाएंगे। इसके अलावा यह यूजर्स को संभावित रूप से मीसलिडिंग और हार्मफुल कंटेट की पहचान करने के लिए पॉवरफुल बनाकर कंटेंट मॉडरेशन एफर्ट्स को बढ़ावा देगा, जिससे एक सिक्योर ऑनलाइन कम्युनिटी को डेवपल करने में योगदान मिलेगा। साथ ही वॉरमार्क की सुविधा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जनरेटेड कंटेंट के क्रिएटर्स को उनकी क्रिएटिविटी की जिम्मेदारी लेने, एथिकल प्रैक्टिसेस को बढ़ावा देने और AI Technology से होने वाले दुरुपयोग से बचने के लिए जागरूक करेगा। कुल मिलाकर AI जनरेटेड कंटेंट की इंटेशनली वॉटरमार्किंग एक भरोसेमंद और रिस्पॉन्सीबल डिजीटल सिटिजनशिप को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण टूल के रूप में विकसित हो सकती है।
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