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क्रिप्टो निवेश के नाम पर मार्केट में आया फ्रॉड का नया तरीका

महत्वपूर्ण बिंदु
  • रांची की एक महिला से क्रिप्टो निवेश के नाम पर 63.98 लाख का फ्रॉड करने वाले दो आरोपियों को साइबर क्राइम पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
  • गिरफ्तार किये गए आरोपी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और देश के कई शहरों में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के नाम पर करोड़ो का फ्रॉड कर चुके हैं।
  • इन साइबर ठगों ने फ्रॉड का नया तरीका अपनाया, जिसके अनुसार लोगों को Telegram पर वीडियो लाइक कर पार्ट टाइम जॉब का ऑफर दिया जाता था।
10-Feb-2024 By: Rohit Tripathi
क्रिप्टो निवेश के ना

क्रिप्टो में प्रॉफिट के नाम पर महिला से लाखों का फ्रॉड

क्राइम रिसर्च डिपार्टमेंट की शाखा साइबर क्राइम पुलिस ने रांची की एक महिला से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के नाम पर ठगी करने वाले दो अपराधियों को अपनी गिरफ्त में लिया हैं। पुलिस के अनुसार महिला से क्रिप्टो फ्रॉड करने वाले ये आरोपी उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले हैं। आरोपियों के नाम राहुल त्रिपाठी और देव प्रकाश है, जिन्होंने महिला से 63.98 लाख की ठगी को अंजाम दिया है। पुलिस ने इन आरोपियों को इनके गृह जिले से ही गिरफ्तार किया हैं, जिसके बाद पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं। पुलिस के अनुसार ये आरोपी बड़े शातिर हैं और देश के कई राज्यों जैसे दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बंगाल और गुजरात में इसी तरह के फ्रॉड को अंजाम दे चुके हैं। 

अब तक इन आरोपियों पर देश के अलग-अलग राज्यों में करीब 77 मामले दर्ज किये जा चुके हैं। पुलिस ने गिरफ्तार हुए दोनों साइबर अपराधियों के पास से 4 सिम कार्ड, 2 मोबाइल फोन, 1 पैनकार्ड, 1 आधार, 1 ATM और 1 चेकबुक को जब्त किया हैं। वहीँ आरोपियों के जिन-जिन बैंक खतों में ट्रांजेक्शन किये गये है उन साक्ष्य के साथ, महिला के साथ हुए ठगी के सबुत भी पुलिस ने खोज लिए हैं। पुलिस ने आरोपियों के सभी खातों में करीब 89 लाख रूपए को फ्रीज करा दिया है। जांच में यह बात भी सामने आयी है कि गिरफ्तार किये गए दोनों आरोपियों के दो बैंक खातों से कुल 34.73 करोड़ रुपये का लेन-देन किया गया है। यह ट्रांजेक्शन आरोपियों के अकाउंट्स से पिछले 1 साल के भीतर ही किया गया है। 

क्रिप्टो फ्रॉड करने की नई टेक्निक लेकर आए थे आरोपी 

साइबर पुलिस द्वारा लखनऊ से साइबर ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किये गए आरोपी राहुल त्रिपाठी और देव प्रकाश क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से जुड़ी नई तरह की टेक्निक के तहत अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। पुलिस के अनुसार अपराधी पार्ट टाइम जॉब का ऑफर देखर लोगों को अपना शिकार बनाते थे। इस पार्ट टाइम जॉब में अपराधी पहले लूडो और फिशडम को लाइक कर उससे जुड़े स्क्रीन शाॅट भेजने का ऑफर देते हैं। इसके बाद #Telegram पर रजिस्टर कराकर वीडियो लाइक करने का टास्क देते हैं। लोगों को जब भरोसा हो जाता है तो ये आरोपी शुरू करते हैं अपना ठगी का खेल। 

जहाँ Telegram प्रोफाइल के माध्यम से दिए गए काम को करने के लिए यूजर से पैसे की मांग की जाती हैं और उन्हें विभिन्न बैंक अकाउंट में डालने के लिए कहा जाता है। यहाँ अपराधी लोगों को इस बात के झांसे में लेते हैं कि आपका पैसा क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया जाएगा और इससे मिलने वाले प्रॉफिट को कंपनी की साइट पर दिखाया जाएगा। गौरतलब है कि अपराधियों ने एक नकली वेबसाइट भी बनाई हुई थी, जिससे सबको यह लगे कि उनके पैसों को क्रिप्टो में निवेश किया गया है। इसके साथ ही कुछ रकम अपराधी यूजर्स के अकाउंट में भी डालते थे, जिससे उन्हें भरोसा हो जाए कि उनका निवेश सुरक्षित है। 

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व्हाट यूअर ओपिनियन
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