आज कल हैकिंग की समस्या दिनों-दिन अपना विस्तार कर रही है। इस समस्या से शायद ही कोई बच सका हो। बढ़ते इंटरनेट के इस्तेमाल ने हैकिंग जैसी समस्या को जन्म देने के साथ-साथ इसे अपना विकास करने में भी मदद की है। सोशल मीडिया से लेकर लगभग सभी बड़े-बड़े Crypto प्लेटफॉर्म इसके जाल में फंस चुके हैं और लाखों का नुकसान करवा चुके हैं। हाल ही में डिसेंट्रलाइज्ड पीयर-टू-पीयर लेंडिंग प्लेटफॉर्म Onyx Protocol भी एक एक्सप्लॉयट का शिकार हुआ है, जिसकी वजह से इसे लगभग $2.1 Million का नुकसान हुआ है।
Blockchain एनालिस PeckShield ने तुरंत Onyx Protocol पर हुए इस हैक के बारे में चेतावनी जारी कर दी थी। PeckShield का कहना है कि Onyx Protocol पर हैकर ने एक नॉन बग का फायदा उठाया था, जो कि लोकप्रिय CompoundV2 Fork के पीछे की राउंडिंग समस्या है, जिस पर प्रोटोकॉल ने ध्यान नहीं दिया था। PeckShield ने प्रोटोकॉल पर हुए हैक की जांच करने पर पाया है कि oPEPE मार्केट में लिक्विडिटी की कमी है और इसी कमी की वजह से मार्केट्स से फंड बोर्रो करने के लिए डोनेशन के रूप में इस प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग किया गया था। Onyx Protocol से पहले मल्टीचेन लेंडिंग प्लेटफॉर्म Hundred Finance भी इसी समस्या का सामना कर चुका है। 16 अप्रैल 2023 को Hundred Finance से हैकर ने इसी बग का इस्तेमाल करके $7 Million चोरी किए थे।
ऐसा पहली बार नहीं है कि Onyx Protocol और Hundred Finance ही हैकिंग का शिकार हुए हैं, इससे पहले भी कई बड़े-बड़े प्लेटफॉर्म पर इस तरह की हैकिंग हो चुकी है। हाल ही में हुई Cryptocurrency हैकिंग पर रिसर्च में बताया गया है कि इसमें हैक के प्रयासों को रोकने के लिए विभिन्न तरीकों की आवश्यकता पर जोर दिया जाना बेहद ही जरूरी है। इसके अलावा Crypto सिक्योरिटी को भी मजबूत करने की आवश्यकता है, जिससे इसमें होने वाली हैकिंग को रोकने में मदद मिल सकें।
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