ही निवेशकों को अपना दीवाना बना दिया है। यह मीमकॉइन इतिहास रचते हुए टॉप 50 क्रिप्टोकरंसी क्लब में शामिल हो गया है। लेकिन इस मीमकॉइन की कम समय में तेजी इसपर सवालिया निशान भी खड़ा करती हैं।
क्रिप्टोकरंसी मार्केट की बढ़ती लोकप्रियता ने कई क्रिप्टो एक्सचेंज को अपने क्रिप्टो कॉइन लॉन्च करने के लिए प्रेरित किया है। इतना ही नहीं कई मीम कॉइन भी क्रिप्टोकरंसी मार्केट में लिस्ट हो चुके हैं और लोकप्रियता हांसिल कर चुके हैं। ऐसा ही एक नया मीमकॉइन क्रिप्टो मार्केट में प्रवेश कर चुका हैं, जिसने कुछ ही दिनों में क्रिप्टो निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित किया है। यह मीमकॉइन है PEPE। 14 अप्रैल को अपनी लिस्टिंग के बाद से ही PEPE क्रिप्टो करंसी निवेशकों को आकर्षित करने में कामयाब रहा है।
इस कॉइन की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अपनी लिस्टिंग के कुछ ही दिनों में यह क्रिप्टो कॉइन टॉप 50 क्रिप्टोकरंसी में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहा। साथ ही में इसकी मार्केट कैपिटलाइजेशन भी 1 बिलियन से अधिक हो गई। वर्तमान में यह 45वीं सबसे बड़ी Cryptocurrency बना गया है। इतना ही नहीं इस फ्रॉग-बेस्ड मीमकॉइन की कम्युनिटी भी इसके प्रचार प्रसार में कोई कमी नहीं छोड़ रही। जिसके कारण यह क्रिप्टो मार्केट के दिग्गज कॉइन्स को टक्कर देने की तैयारी कर रहा है।
लेकिन क्या यह तेजी किसी गलत बात का संकेत तो नहीं देती, क्योंकि किसी भी क्रिप्टो का इतने कम समय में इतनी बढ़ी सफलता हांसिल करना किसी धोखेबाजी का अहसास दिलाता है। क्योंकि अक्सर ही क्रिप्टो करंसी मार्केट में Pump and Dump जैसी घटनाएं सामने आती रही हैं, जिसमें कुछ प्रमोटर्स किसी करंसी की कीमत को योजना के तहत बढ़ाते हैं और फिर लाभ कमाकर करंसी को सेल करने लगते है। जिससे एकदम से करंसी का दाम गिर जाता है। प्रमोटर्स द्वारा किसी करंसी को इतना ज्यादा तेजी के साथ आगे बढ़ाया जाता है, कि मार्केट से जुड़ा हर निवेशक इसमें निवेश के प्रति आकर्षित होता है और अंत में धोखाधड़ी का शिकार होता है।
मीम कॉइन PEPE की तेजी के पीछे की एक वजह, इस करंसी को किसी बड़े इंवेस्टर का सपोर्ट भी हो सकती है। हो सकता है कोई क्रिप्टो इंडस्ट्री का दिग्गज इस मीम करंसी को सपोर्ट कर रहा हो और इसकी लोकप्रियता बढ़ाने के लिए परदे के पीछे से सपोर्ट दे रहा हों। यह कुछ इस तरह से प्रतीत होता है, जैसे Twitter के CEO Elon Musk मीमकरंसी Dogecoin को सपोर्ट करते आये हैं। हालाँकि अभी PEPE के भविष्य के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। हो सकता है, अलग तरह के मीमकॉइन होने से यह कम्युनिटी द्वारा ज्यादा पसंद और प्रमोट किया जा रहा हो। या फिर अपने शुरूआती दौर में यह तेजी दिखा रहा हो, जैसा कि हर कॉइन के साथ में होता है।
इस कॉइन की कीमतों में तेजी के पीछे की वजह में अमेरिका का हालिया बैंकिंग संकट भी हो सकता है। क्योंकि बैंकिंग संकट के बाद से क्रिप्टोकरंसी मार्केट में निवेश के प्रति लोगों की रूचि में वृद्धि हुई है, जिससे क्रिप्टोकरंसी मार्केट के वॉल्यूम में भी बढ़ोतरी हो रही है। हो सकता है कि नए निवेशक इस क्रिप्टोकरंसी में निवेश कर रहे है,जिससे इस करंसी में तेजी दिखाई दे रही है। खेर जो भी हो वह तो भविष्य ही बताएगा कि आखिर PEPE की तेजी निवेशकों के लिए एक आशा है या फिर एक झांसा है।
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