सस्ता टोकन का दावा करें रिजर्व का प्रमाण

हिमाचल क्रिप्टो स्कैम में SIT ने सात लोगो को किया गिरफ्तार

महत्वपूर्ण बिंदु
  • हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक हजार से अधिक पुलिसकर्मी इस स्थानीय क्रिप्टोकरंसी स्कैम का शिकार हो गए हैं।
  • इस क्रिप्टोकरंसी फ्रॉड केस में पुलिस की ओर से गठित SIT ने एक महिला समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
  • इस स्कैम में हिमाचल और अन्य राज्यों के लगभग 1 लाख लोगों ने ट्रांजेक्शन किया हैं। पूरे मामले में 2300 करोड़ का कुल ट्रांजेक्शन होने का अनुमान लगाया जा रहा हैं।
25-Oct-2023 By: Shailja Joshi
हिमाचल क्रिप्टो स्कै

हिमाचल में एक हजार से अधिक पुलिसकर्मी क्रिप्टो स्कैम का शिकार हुए 

क्रिप्टो स्पेस में आए दिन नए-नए क्रिप्टो स्कैम्स सामने आते रहते है। इस बीच एक और क्रिप्टो स्कैम सामने आया है, जहां हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक हजार से अधिक पुलिसकर्मी स्थानीय क्रिप्टोकरंसी स्कैम का शिकार हो गए हैं। लोकल क्रिप्टो Korvio Coin (KRO) और DGT Coin में एक हजार पुलिस कर्मियों ने निवेश किया था, जिसमें उन्हें करोड़ों रुपये का चूना लगा है। स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) ने इस स्कैम को उजागर किया है और बताया है कि कई पुलिस कर्मियों को इस स्कैम में भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। हालाँकि कुछ लोगों ने प्रमोटर बनकर अधिक निवेशकों को लुभाकर अच्छा मुनाफा भी कमाया है। स्कैमर्स ने इस क्रिप्टोकरंसी फ्रॉड में कम से कम एक लाख लोगों को धोखा दिया है। पुलिस ने 2.5 लाख IDs का खुलासा किया था, जिनमें से कई डुप्लिकेट थी। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए धोखेबाजों ने दो क्रिप्टोकरंसी, Korvio Coin (KRO) और DGT Coin पेश की और डिजिटल करंसी की कीमतों में हेरफेर करने वाली भ्रामक वेबसाइटें भी बनाई थी। स्कैमर्स ने जल्द ही हाई रिटर्न का वादा करके शुरुआती निवेशकों को लुभाया और निवेशकों का एक नेटवर्क स्थापित किया, जिन्होंने अपने नेटवर्क में इस योजना का और विस्तार किया। इस योजना में फँसे लोगों में पुलिस अधिकारी, शिक्षक और कई बड़ी हस्तियां शामिल हैं। 

मामले का मास्टरमाइंड अभी भी है फरार

इस क्रिप्टोकरंसी फ्रॉड केस में पुलिस की ओर से गठित SIT ने एक महिला समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले भी SIT दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। कोर्ट में पेश करने के बाद इन सभी आरोपियों को 10 दिन की रिमांड पर भेजा गया है। इस दौरान पुलिस इनसे पूछताछ कर नए पहलुओं का पता लगाने की कोशिश करेगी। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले के मास्टरमाइंड सुभाष की तलाश कर रही है, जो अभी फरार है। वहीं स्कैम में कई तरह की क्रिप्टोकरंसी का इस्तेमाल किया गया हैं। इस स्कैम में हिमाचल और अन्य राज्यों के लगभग 1 लाख लोगो ने ट्रांजेक्शन किया हैं। पूरे मामले में 2300 करोड़ का कुल ट्रांजेक्शन होने का अनुमान लगाया जा रहा हैं।   

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