क्रिप्टोकरंसी की अगर ग्लोबल लेवल पर बात की जाए तो संयुक्त राष्ट्र अमेरिका और फ्रांस जैसे देश क्रिप्टोकरंसी का एक विशाल बिज़नेस ऑपरेट करने वाले देश है। लेकिन आने वाले समय में हो सकता है United Arab Emirates (UAE) क्रिप्टो की दुनिया का सबसे बड़ा देश बन जाए, क्योंकि UAE अपने सेक्टर में क्रिप्टो को एक ऊँचे स्तर पर ले जाने की मंशा रखता है। UAE क्रिप्टो एक्सचेंज को अपने देश में व्यवसाय करने के लिए कई तरह की फैसिलिटी प्रदान कर रहा है। वर्तमान में UAE क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज के प्रति काफी ज्यादा सपोर्ट दिखा रहा है, जिसके पीछे का कारण अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) और क्रिप्टो एक्सचेंज के बीच चल रहे विवाद और इन्वेस्टीगेशन है। फ्रांस की भी क्रिप्टो एक्सचेंज के साथ अनबन चल रही है। UAE इन्ही विवादों का फ़ायदा उठाकर अपने सेक्टर में Binance, Coinbase जैसे अन्य बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज को पर्सनल स्पेस जैसे अच्छे ऑफर दे रहा है, जिससे वह अपने देश को क्रिप्टो जगत का एक मजबूत देश बनाना चाहता है। UAE अपने देश में फ्रेंडली क्रिप्टो रेगुलेटरी नियम और रेगुलेशन पॉलिसी में लिक्विडिटी के वजह से क्रिप्टो एक्सचेंज को आकर्षित कर रहा है और धीरे-धीरे एक क्रिप्टो हब बनने की ओर अग्रसर हो रहा है।
क्रिप्टो एक्सचेंज को आकर्षित करने के प्रयासों के बीच UAE के एक फ्री जोन RAK Digital Assets Oasis (RAK DAO) ने HBAR Foundation के साथ नए Web3 स्टार्टअप को सपोर्ट करने के लिए Memorandum of Understanding (MOU) साइन किया है। RAK DAO, UAE के इनिशिएटिव का हिस्सा है, जिसका कार्य क्रिप्टो बिज़नेस को सपोर्ट करना और एंटरप्रेन्योर को फ्री ट्रेड ज़ोन प्रदान करना है। RAK DAO के चेयरमैन का मानना है, हाल ही में किये गए स्टार्टअप को प्रमोट करने वाले HBAR Foundation के साथ इस कोलैबोरेशन से वह अपने इकोसिस्टम मेम्बेर्स को बढ़ावा देंगे। इस कोलैबोरेशन का लक्ष्य UAE को डिजिटल इकॉनमी में ग्लोबल लीडर बनाने का एक प्रयास करना है। UAE अपने देश को क्रिप्टो हब बनाने के लिए काफी मेहनत कर रहा है, जिसका नतीजा जल्द ही सबको नज़र आ सकता है।
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