Apple आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इंडस्ट्री में जल्द ही कदम रख सकता है और इसके लिए वह चुपचाप लार्ज लैंग्वेज मॉडल पर एक कस्टम-बिल्ट फ्रेमवर्क बना रहा है। कंपनी चुपचाप एक टूल पर काम कर रही है जिसे इंजीनियर Apple GPT नाम दे रहे है। रिपोर्ट आने के बाद से Apple ने अपने शेयरों में 0.5% की वृद्धि देखी है।
रिपोर्ट के अनुसार, Apple Google क्लाउड पर चलने वाले Ajax नामक फाउंडेशन मॉडल पर AI चैटबॉट सर्विस का निर्माण कर रहा है। Apple के कर्मचारियों का दावा है कि उनके टूल में कोई नई तकनीक शामिल नहीं है। यह केवल एक वेब एप्लिकेशन के रूप में काम करता है जो OpenAI के ChatGPT और Google के Bard की तरह ही काम करता है। Apple ने मशीन लर्निंग तकनीक विकसित करने के आंतरिक प्रयासों में पिछले साल पहली बार Ajax लॉन्च किया था। फ्रेमवर्क पर कंपनी ने पहले ही Siri और Maps में सुधार किये थे, इसके प्रोडक्ट प्रोटोटाई पिंग के लिए Ajax का उपयोग किया गया था।
ऐसी अटकले लगाई जा रही है की, ChatGPT की तरह यह सार्वजनिक उपयोग के लिए नहीं होगा। कंपनी की इसे उपभोक्ताओं के लिए लॉन्च करने की कोई योजना नहीं है। कई प्रोजेक्ट टीमें महीनों से Apple के AI सूट पर काम कर रही हैं, उनकी मुख्य प्राथमिकताओं में से एक प्राइवेसी इश्यू है। वर्तमान में Apple कर्मचारी केवल आंतरिक रूप से Apple GPT टूल का उपयोग कर सकते हैं लेकिन अभी यह निश्चित नहीं हैं कि सेवा को सार्वजनिक रूप से कब शुरू किया जा सकता है।
हालाँकि AI क्षेत्र में Apple की योजनाएँ अभी भी स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि Apple अगले साल तक AI से संबंधित घोषणा कर सकता है।
कुछ महीने पहले OpenAI द्वारा ChatGPT लॉन्च करने के बाद, अन्य टेक कंपनियों ने भी अपने जेनेरिक AI प्रोजेक्ट्स, जैसे कि Microsoft ने Bing Chat और Bing इमेज क्रिएटर, Google ने Bard लॉन्च किया था जिसके बाद अब Apple इस दौड़ का नया खिलाडी बनने जा रहा है।
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