Apple के सह-संस्थापक Steve Wozniak ने 2020 से YouTube के खिलाफ चल रहे Bitcoin Scam lawsuit में जीत हांसिल की है। हाई कोर्ट ने BTC Scam lawsuit में निचली अदालत के उस फैसले को खारिज कर दिया है, जिसमें YouTube को मामले से जुड़ी किसी भी जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया था। बता दे कि Bitcoin Scam में Apple के को-फाउंडर Steve Wozniak की फुटेज का इस्तेमाल कर एक नकली वीडियों बनाया गया था। इस वीडियों में आम लोगों को फ्री Bitcoin दिए जाने की बात की गई थी। बाद में व्यूअर्स से एक पर्टिकुलर एड्रेस पर BTC भेजने को कहा गया था।
इस वीडियों स्कैम में Apple के को-फाउंडर की लोकप्रियता का फायदा उठाकर आम लोगों के साथ में स्कैम किया गया था। उपरी अदालत द्वारा सुनाया गया फैसला Apple के को-फाउंडर Wozniak को वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म YouTube के खिलाफ मुकदमा जारी रखने की अनुमति प्रदान करता है। साथ ही यह YouTube जैसे वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म को अपने प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किए गए किसी भी वीडियों के साथ आने वाले दायित्व से बचाने वाले फेडरल लॉ में बदलाव की दिशा में एक बड़ा कदम भी है।
वर्ष 2020 में Bitcoin Scam से जुड़े इस मामले में अकेले Apple के फाउंडर Steve Wozniak ने ही वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म YouTube के खिलाफ मुकदमा नहीं किया था, बल्कि 17 अन्य लोगों भी थे जिन्होंने YouTube और उसकी मूल कंपनी, Google के खिलाफ मुकदमा दायर किया था। इन 17 लोगों में Microsoft के को-फाउंडर Bill Gates, दुनिया के सबसे अमीर आदमी Elon Musk और Dell के CEO Michael Dell भी शामिल थे। इन सभी ने वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म पर इस फर्जी वीडियो पर कोई कारवाई न करने और लोगों को गुमराह करने के लिए इन फेमस लोगों की लोकप्रियता का फायदा उठाने का आरोप लगाया था।
Coin Gabbar का मानना है कि यह एक बड़ी बात है कि YouTube जैसे बड़े प्लेटफ़ॉर्म को इस बात की जानकारी नहीं थी कि उसके प्लेटफ़ॉर्म पर इतना बड़ा वीडियो स्कैम हो गया। क्योंकि वर्तमान परिदृश्य में AI के विकास के बाद DeepFake वीडियो के बढ़ते मामलों के बीच, स्कैमर्स YouTube की इस कमी का फायदा उठा सकते हैं।
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