प्रसिद्ध क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज Binance ने Abu Dhabi के फाइनेंशियल सर्विसेज रेगुलेटरी अथॉरिटी के साथ अपना आवेदन वापस लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। इस निर्णय से पता चलता है कि क्रिप्टो स्पेस में बदलते नियमों के मद्देनजर Binance अपनी ग्लोबल लाइसेंसिंग जरूरतों पर कड़ी नजर रख रहा है। Abu Dhabi में बढ़ती रेगुलेटरी बाधाओं को देखते हुए Binance ने लाइसेंस के लिए अपना आवेदन वापस लेने का विकल्प चुना है। UAE में Binance की यूनिट BV Investment Management ने कलेक्टिव इन्वेस्टमेंट फंड संचालित करने के लिए पिछले नवंबर में Abu Dhabi की फाइनेंशियल सर्विसेज रेगुलेटरी अथॉरिटी के साथ आवेदन दायर किया था।
इस कदम को देखते हुए माना जा सकता है कि Binance Abu Dhabi में बढ़ती रेगुलेटरी बाधाओं से अपना बचाव करना चाहता है, क्योंकि FSMR की धारा 35(1) के अनुसार Abu Dhabi में प्रत्येक रेगुलेटेड एक्टिविटी पर कुछ सीमाएं और शर्तें लागू होती हैं जिसके अनुसार Binance को रिटेल क्लाइंट्स से डील की अनुमति नहीं मिलेगी। इसके अलावा प्लेटफार्म को प्रोफेशनल क्लाइंट्स की वर्चुअल एसेट्स के लिए एक कलेक्टिव इन्वेस्टमेंट फण्ड का प्रबंधन करने की अनुमति केवल तभी मिलेगी जब वह शर्तों को पूरा कर सके।
Binance पहले ही United States में पहले ही रेगुलेटरी चुनौतियों का सामना कर रहा है। जिसके चलते अब यह अपना बचाव करने के लिए नई रणनीति अपना रहा है। यह विड्रॉल इसी बचाव की रणनीति का एक कदम हो सकता है। भले ही Binance Abu Dhabi से पीछे हट रहा है, लेकिन उसने वहां अपने क्रिप्टो कस्टडी राइट्स बरकरार रखे हैं और दुबई जैसे अन्य मार्केट में विस्तार के बारे में सोच रहा है।
इसके अलावा Binance ने हाल ही में नियामक निर्देशों का पालन करते हुए Germany और Cyprus में भी आवेदन वापस ले लिए हैं। इसके साथ ही एक्सचेंज ने Netherlands छोड़ दिया है और Belgium में ऑपरेशन्स बंद कर दिया है। साथ ही डिजिटल एसेट ट्रेडिंग के लिए एक प्रमुख ग्लोबल प्लेटफ़ॉर्म होने के बावजूद, Binance का मार्केट डोमिनान्स कम हो गया है। नवंबर 2023 में इसका स्पॉट ट्रेडिंग वॉल्यूम 55 प्रतिशत से गिरकर 32 प्रतिशत हो गया है। इसकी डेरिवेटिव मार्केट हिस्सेदारी भी 60 प्रतिशत से घटकर 48 प्रतिशत हो गई है।
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