सस्ता टोकन का दावा करें रिजर्व का प्रमाण

क्या AI तकनीक में अमेरिका और चीन को पीछे छोड़ देगा UK

महत्वपूर्ण बिंदु
  • अपने देश को AI हब बनाने की रेस में ब्रिटिश PM Rishi Sunak हजारों कम्पयूटर चिप्स खरीदने के लिए $130 Million खर्च करने के लिए तैयार है।
  • China AI चैटबॉट के निर्माण में अमेरिका को पीछे छोड़ने की कोशिश में लगा हुआ है। जिसके लिए चीन €13.5 Billion खर्च करने जा रही है।
  • OpenAI के CEO Sam Altman का कहना है कि मौजूदा समय में अभी तक ऐसा कोई Artificial Intelligence नहीं बना है, जिससे इंसानों को खतरा हो।
21-Aug-2023 By: Deeksha
क्या AI तकनीक में अम

AI तकनीक में अमेरिका और चीन को पीछे छोड़ने की योजना बना रहा UK

अपने देश को AI हब बनाने की दौड़ में ब्रिटिश PM Rishi Sunak हजारों कंम्प्यूटर चिप्स खरीदने की योजना बना रहे हैं, जिसके लिए वे $130 Million खर्च करने के लिए तैयार है। UK का लक्ष्य 2024 तक देश को AI टेक हब बनाने का है। UK सरकार चिप्स निर्माताओं NVIDIA, Intel और AMD से चिप्स की सोर्सिंग कर रही है। साथ ही इसे लीड करने वाली विज्ञान फंडिंग बॉडी यूके रिसर्च एंड इनोवेशन 5,000 NVIDIA ग्राफिक प्रोसेसिंग यूनिट (GPUs) का ऑर्डर देने के अपने अंतिम चरण पर पहुंच चुकी है। लेकिन इस योजना को पूरा करने के लिए $130 Million अपर्याप्त है और ऑफिसर्स नवंबर में AI सिक्योरिटी समिट में और अधिक फंड की मांग कर सकते हैं। पहले की एक रिपोर्ट में US और EU की तुलना में AI निवेश में UK काफी पिछड़ रहा है और कई कम्पनियां कंम्प्यूटिंग लिमिटेशंस, डेटा मैनेजमेंट और सेफ्टी जैसी चिंताओं की वजह से AI डिप्लॉयमेंट के साथ संघर्ष कर रही हैं। 

AI तकनीक में सबसे आगे है अमेरिका और चीन

सबसे अच्छी AI तकनीक में अमेरिका सबसे आगे है और वहीं, चीन दूसरे स्थान पर आता है। China AI चैटबॉट के निर्माण में अमेरिका को पीछे छोड़ने की कोशिश में लगा हुआ है। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी China  की है। लेकिन चीन इस साल अकेले AI परियोजनाओं पर €13.5 Billion खर्च करने जा रही है। यह मात्र 2 वर्षों में लगभग 50% वृद्धि है। ChatGPT जैसे बड़े भाषा मॉडल के आने से पहले कुछ तकनीकी एक्सपर्ट ने यह मानने से इंकार कर दिया था कि, सबसे बड़ी AI Labs अमेरिका और ब्रिटेन में होने के बाद भी AI की रेस में चीन का दबदबा होगा। Taiwan के कंम्प्यूटर साइंटिस्ट kai-fu lee ने 2018 में भविष्यवाणी की थी कि, जल्द ही चीन AI हब की रेस में अमेरिका को पीछे छोड़ आगे निकल जाएगा। 

अभी तक सिर्फ चीन ही अमेरिका को AI तकनीक में पीछे छोड़ने की रेस में लगा हुआ था। लेकिन अब UK भी इस दौड़ का हिस्सा बनने जा रहा है। अब देखना यह होगा कि, अपने देश को AI हब बनाने की इस योजना में PM Rishi Sunak कितना सफल होते हैं। 

फिलहाल इंंसानों को नहीं है AI से खतरा

अब सवाल यह उठता है कि अमेरिका, चीन और यूके जैसे बड़े-बड़े देश AI तकनीक का विकास करने के साथ AI पर निर्भर हो जाएंगे तो क्या इंसानों की जरूरत खत्म हो जाएंगी। इस सवाल को लेकर OpenAI के CEO Sam Altman का कहना है कि मौजूदा समय में अभी तक ऐसा कोई Artificial Intelligence नहीं बना है, जिससे इंसानों को खतरा हो। लेकिन भविष्य में Artificial General Intelligence को सुरक्षित रखने के उद्देश्यों के साथ जोड़ा जाने पर विचार किया जाना चाहिए। अभी हाल ही में AI को लेकर हॉलीवुड में हड़ताल जारी की है। हॉलीवुड प्रोडक्शन हाउसेस अपने यहां अब AI तकनीक की जानकारी रखने वाले लोगों को जॉब ऑफर कर रहे हैं। इसकी वजह से हॉलीवुड एक्टर्स और राइटर्स का ऐसा मानना है कि आने वाले समय में उनकी वैल्यू खत्म हो जाएगी। उनकी जगह फिर AI द्वारा जनरेट कंटेट और फेस का इस्तेमाल किया जाने लगेगा। 

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व्हाट यूअर ओपिनियन
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