सस्ता टोकन का दावा करें रिजर्व का प्रमाण

कौन है Nishad Singh, जो हैं FTX धोखाधड़ी मामले में दोषी

महत्वपूर्ण बिंदु
  • दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टो ट्रेडिंग एक्सचेंज फर्म FTX से जुड़े धोखाधड़ी मामले में भारतीय मूल के Nishad Singh को दोषी ठहराया गया है।
  • FTX के पूर्व CEO Sam Bankman-Fried के साथ निषाद सिंह भी FTX के संस्थापकों में से एक थे।
कौन है Nishad Singh,

क्रिप्टो एक्सचेंज फर्म FTX में धोखाधड़ी के मामले में पूर्व CEO Sam Bankman-Fried के बाद अब भारतीय मूल के निषाद सिंह दोषी पाए गए हैं। ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि आखिर कौन है Nishad Singh।

क्रिप्टो एक्सचेंज फर्म FTX ट्रेडिंग लिमिटेड के पतन के बाद, फर्म से जुड़े लोग लगातार धोखाधड़ी के मामलों में दोषी पाए जा रहे हैं। हाल ही में FTX के को-लीड इंजिनियर Nishad Singh को FTX धोखाधड़ी मामले दोषी ठहराया गया है, जिसके बाद निषाद ने भी अपना गुनाह कबूल कर, जाँच में सहयोग की बात कही हैं। मामले से सुर्ख़ियों में आने के बाद से ही यह चर्चा तेज हो गई हैं कि आखिर निषाद सिंह कौन हैं। 

जानकारी के लिए आपको बता दे कि निषाद सिंह भारतीय मूल के अमेरिकी हैं, जो FTX की सहयोगी संस्था अल्मेडा रिसर्च में बतौर डायरेक्टर ऑफ इंजीनियरिंग के पद पर कार्य कर रहे थे। वर्ष 2019 में  FTX को ज्वाइन करने से पहले निषाद सिंह Facebook में बतौर सॉफ्टवेयर इंजिनियर के रूप में कार्य कर चुके हैं। FTX के साथ जुड़कर निषाद बतौर को-लीड इंजिनियर की भूमिका का निर्वाहन करने लगे एवं चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर Gary Wang और Sam Bankman-Fried के साथ FTX को पूर्ण रूप से कंट्रोल करने लगे। 

Nishad Singh क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म FTX के सह-संस्थापक भी माने जाते हैं। Nishad Singh और Sam Bankman-Fried के साथ 9 लोगों की टीम थी जो बहामास के लग्जरी पेंटहाउस में रहकर FTX को ऑपरेट करती थी। 27 वर्षीय Nishad Singh न केवल FTX में चल रही धोखाधड़ी के विषय में जानते थे, बल्कि उन्होंने कंपनी में मल्टीलेयर स्कीम के जरिए इक्विटी निवेशकों के साथ धोखाधड़ी को भी अंजाम दिया था।

क्या है FTX से जुड़ा मामला

FTX धोखाधड़ी मामले में कंपनी के पूर्व CEO Sam Bankman-Fried और सह-संस्थापक Nishad Singh दोषी ठहराए गए हैं। Sam और Nishad धोखाधड़ी के कई मामलों में आरोपी बनाए गए हैं, जिनसे जुड़े मामले कोर्ट में हैं। बता दे कि यह मामला निवेशकों की फंड चोरी से जुड़ा हुआ हैं। आरोप है कि FTX के निवेशकों के फंड को बिना उनकी जानकारी के FTX की सहयोगी कंपनी अलमेडा रिसर्च में ट्रांसफर कर दिया गया था। बता दे कि फाइंनेंशल गड़बड़ियों के चलते कुछ समय बाद FTX दिवालिया हो गई और कंपनी का पतन हो गया।

यह भी पढ़िए :  Top 5 Crypto News Providers, जो देते हैं क्रिप्टो से जुड़ी जानकारी

व्हाट यूअर ओपिनियन
सम्बंधित खबर
संबंधित ब्लॉग
`