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बुल मार्केट के चलते भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज की स्थिति में आया सुधार

महत्वपूर्ण बिंदु
  • भारत के टॉप एक्सचेंजों पर ट्रेडिंग वॉल्यूम में लम्बे समय बाद सुधार आया है और फरवरी में यह दस महीने के हाई लेवल पर पहुंच गया है।
  • यह सुधार क्रिप्टो मार्केट में चल रहे बुल मार्केट के कारण देख जा रहा है क्योकि निवेशको का भरोसा एक बार फिर क्रिप्टो मार्केट में बढ़ रहा है।
  • ट्रेडिंग वॉल्यूम में लम्बे समय बाद सुधार आने से एक बार फिर क्रिप्टो एक्सचेंजों में उम्मीद जागी है।
05-Mar-2024 By: Shailja Joshi
बुल मार्केट के चलते

दस महीनों बाद क्रिप्टो एक्सचेंजों के ट्रेडिंग वॉल्यूम में आया सुधार

Bitcoin की कीमत बढ़ने से पुरे क्रिप्टो मार्केट में एक बुल रन की शुरुआत हो चुकी है जिसका असर सभी करंसी में देखने को मिल रहा है।  Bitcoin की कीमत बढ़ने के साथ ही निवेशकों का भरोसा फिर से क्रिप्टो मार्केट में बढ़ रहा है। जिसके चलते अब क्रिप्टो एक्सचेंज पर फिर से ट्रेडिंग एक्टिविटी में भी बढ़त देखी गई है। न सिर्फ ग्लोबल एक्सचेंज बल्कि भारतीय एक्सचेंजों पर भी इसका असर दिख रहा है। बता दें कि भारत के टॉप एक्सचेंजों पर ट्रेडिंग वॉल्यूम में लम्बे समय बाद सुधार आया है और फरवरी में यह दस महीने के हाई लेवल पर पहुंच गया है। इसके साथ ही पिछले तीन महीनों में डिपॉजिट्स में करीब 80 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और टोटल ट्रांज़ैक्शन में लगभग 100 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। साथ ही नए साइनअप में भी 200 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।  

 Bitcoin रैली के चलते आया सुधार

क्रिप्टोकरेंसी रिसर्च फर्म Crebaco द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, फरवरी में भारतीय एक्सचेंजों, CoinDCX, WazirX और BitBNS ने क्रिप्टो करेंसी में क्रमशः $2.6 मिलियन, $3.4 और $7.8 मिलियन का कारोबार किया है, जो जून 2023 के बाद से अब तक की सबसे अधिक मात्रा है। हालाकिं अभी भी यह 2021 के अपने हाई लेवल से काफी पीछे है। जाहिर है यह सुधार क्रिप्टो मार्केट में चल रहे बुल मार्केट के कारण देख जा रहा है क्योकि निवेशको का भरोसा एक बार फिर क्रिप्टो मार्केट में बढ़ रहा है। इसके साथ ही Bitcoin etf के चलते भी ट्रेडिंग एक्टिविटी में बढ़त देखी जा रही है, क्योकि निवेशक बड़ी मात्रा में इसमें निवेश का रहे है। इसके अलावा Bitcoin की लगातार कीमत बढ़ने से भी मार्केट में हलचल बढ़ रही है।  

लम्बे समय से एक्सचेंजों की स्थिति थीं ख़राब 

बता दें कि लम्बे समय बाद भारतीय एक्सचेंजों पर ट्रेडिंग वॉल्यूम में सुधार आया है। ये एक्सचेंज 2022-23 की मंदी और सरकार की क्रिप्टो टैक्स पॉलिसी के कारण कम ट्रेडिंग वॉल्यूम से जूझ रहे थे। कई टॉप एक्सचेंज ने ट्रेडिंग वॉल्यूम में गिरावट की बात स्वीकार की थी। 2023 में WazirX का ट्रेडिंग वॉल्यूम 2022 के ट्रेडिंग वॉल्यूम की तुलना में 90% गिर गया था। वहीं SunCrypto में भी डेली ट्रेडिंग वॉल्यूम में लगभग 85% की कमी देखी गई थी। साथ ही ZebPay का मार्केट शेयर जो 2022 की शुरुआत में 7.7% था वह 2023 में गिरकर 3.2% रह गया था। हालाँकि ट्रेडिंग वॉल्यूम में लम्बे समय बाद सुधार आने से एक बार फिर क्रिप्टो एक्सचेंजों में उम्मीद जागी है। 


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